‘बिहार में खादी’ का लोकार्पण
पटना (आससे)। राज्य में खादी को बढ़ावा देने के लिए तीन और खादी मॉल खुलेंगे। इसके लिए राज्य सरकार ने जिला चिन्ह्ति कर लिया है। राज्य सरकार ने पटना के अलावे पूर्णियां, मुजफ्फरपुर एवं भागलपुर में जल्द ही खादी मॉल का निर्माण कार्य शुरू करेगी। ये बातें गांधी जयंती के अवसर पर बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा खादी मॉल में आयोजित कार्यक्रम में उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहीं।
इसके साथ ही उन्होंने शनिवार से खादी मॉल में वस्त्रों की बिक्री पर 30 प्रतिशत की छूट की घोषणा की है। खादी पूरे देश के साथ बिहार के भी करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है। उन्होंने कहा कि आज खादी के प्रति संकल्प लेने का दिन है। हमलोग सब मिलकर खादी एवं ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने के लिए संकल्प ले, ताकि राज्य के हजारों बुनकरों एवं युवाओं को रोजगार मिल सके। उन्होंने कहा कि राज्य में बड़ी संख्या में निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए है। वो दिन दूर नहीं जब एक बटन दबाकर राज्य में 29 फैक्ट्रीयों का शिलान्यास होगा।
बिहार विधान परिषद् के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर देश को आजादी दिलायी। उनका यह प्रयोग अग्रेजों के तोपों और बमों पर भारी पड़ा। आज भी दुनिया में तनाव का वातावरण खत्म करने के लिए त्याग और उपवास कारगर उपाय है। राज्य के उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि महात्मा गांधी खादी के माध्यम से देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया था। उनकी जन्मभूमि गुजरात भले ही रहा हो, लेकिन वास्तविक कर्मभूमि बिहार ही रहा है। मंत्री लेसी सिंह ने कहा कि खादी बिहार के विकास में काफी सहायक साबित हो सकता है। इसके लिए लोगों में व्यापक प्रचार-प्रसार की जरूरत है। इसके अलावे पूर्व केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, परिवहन विभाग के मंत्री शीला मंडल सहित गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
इसके अलावे कार्यक्रम में बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी अशोक कुमार सिन्हा, उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, पद्मश्री बउआ देवी, आनंदी प्रसाद बादल ने खादी को बढ़ावा देने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में आये हुए मंत्रियों के द्वारा बिहार में खादी नामक पुस्तक का लोकार्पण हुआ। इस मौके पर उद्योग मंत्री ने कहा कि बिहार में खादी नाम की पुस्तक राज्य के खादी उद्योग की जानकारी युवा पीढिय़ों तक पहुंचाने के साथ उन्हें खादी और गांधी जी के आदर्शो से जोड़ेगी।