(आज समाचार सेवा)
पटना। बिहार में कोरोना संक्रमण का रफ्तार तेज हो गया है। ऐसे में हमे सर्तकता बरतने की भी जरूरत है। बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 5 माह का रिकार्ड टूट गया है। सोमवार को बिहार में कोराना के 935 और पटना मे एक बार फिर 432 मरीज मिले है।
बिहार स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे में सूबे में कोरोना संक्रमण के 935 मामले सामने आए हैं। वहीं बीते रविवार को 864 नए मामले सामने आए थे। इस तरह नए मामलों में 71 संख्या की वृद्धि हुई है। पटना में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। पटना मे कोरोना के 432 नए मरीज मिले है।
इसी प्रकार पटना के अलावे बिहार के अन्य सर्वाधिक प्रभावित जिलों में भागलपुर में 46, दरभंगा 17,गया 19,बेगूसराय में 19, सारण में 14,सिवान 12,सुपौल 16,वैशाली 25 और वेस्ट चंपारण 23 सहरसा में 12 , वैशाली 18, प. चंपारण में 11, जहानाबाद 60, मुजफ्फरपुर 34, पूर्णिया 11,रोहतास 10,नालंदा 9, नवादा 6, मुंगेर 25, समस्तीपुर 32, भोजपुर 13, औरंगाबाद 26, गया में 32 मामले सामने आए हैं।
जबकि कोरोना संक्रमण के 4143 एक्टिव मामले हैं। यहां 432 नए मामले सामने आए हैं, जबकि बीते दिन 372 मामले सामने आए थे। वहीं विगत 24 घंटे में कुल 72,418 सैम्पल की जांच हुई है। अबतक कुल 2,63,582 मरीज ठीक हुए हैं। बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत घटकर 97.87 हो गया है। बता दें 19 मार्च को बिहार में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या महज 436 थी, जो पांच अप्रैल को बढक़र 4143 हो गई है।
आईआईटी कैम्पस बिहटा में 18 छात्र पॉजीटिव
बिहटा (आससे)। घर से लौटे छात्रों में दो छात्रों की आरटीपीसीआर जांच कोरोना पॉजिटिव आते ही सोमवार को आईआईटी पटना के बिहटा स्थित कैम्पस में कोहराम मच गया। पॉजिटिव पाये गए बीटेक के दोनों छात्र दो दिन पूर्व ही कैम्पस में आये थे। उनकी रिपोर्ट आने के बाद उनके संपर्क में आये करीब 41 छात्रों का जांच कराया गया। जिसमें 16 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अचानक हुए इस घटनाक्रम के बाद जिस ब्वॉयज हॉस्टल से शिकायत मिली थी। उसे कंटेमेंट जोन बनाकर पूरे इलाके को सेनेटाइज कराया गया। इसमें कई ऐकेडमिक बिल्डिंग भी शामिल है।
पॉजिटिव आये छात्रों में एक-दो को छोड़ किसी में कोई खास लक्षण नहीं दिख रहे है। इसलिए सभी को उसी हॉस्टल में कोरेंटाइन कर दिया गया है। जहां उनका आवश्यक चिकित्सीय सलाह के साथ उपचार भी शुरू कर दिया गया है। दूसरी ओर इस मामले में आईआईटी प्रशासन ने एहतियातन एक सप्ताह तक सारे ऐकेडमिक शेषन सहित अन्य गतिविधियों को बंद कर दिया है। इस बाबत आईआईटी रजिस्ट्रार विश्वरंजन ने मामले की पुष्टि की है।साथ ही सिर्फ इतना बताया कि सबकुछ अंडर कंट्रोल है। प्रशासन के द्वारा मामले पर रखी जा रही नजर।
सीएम ने आज बुलायी हाईलेवल मीटिंग
बिहार में बढ़ते कोरोना के मरीजों की संख्या के बीच मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार बड़ा फैसला ले सकते हैं। रोज नये आंकड़े लोगों को डराने के लिए काफी हैं हर रोज सामने आ रहे मामले के कारण स्कूल-कॉलेज को बंद कर दिया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को सभी जिलों के डीएम और एसपी की बैठक बुलाई है जिसमें हालात का जायजा लिया जायेगा और कोरोना की बढ़ती रफ्तार पर किस तरह लगाम लगाया जाये इस पर मंत्रणा करेंगे।
समझा जा रहा है कि बैठक में अधिकारियों से विमर्श के बाद मुख्यमंत्री बड़ा फैसला ले सकते हैं। बता दें कि सोमवार को बिहार में कोरोना के 935 नये संक्रमित पाए गए। रविवार को 860 मामले सामने आए थे। होली के बाद से खराब हो रही स्थिति के मद्देनजर सरकार चिंतित है। तभी तो पहले सरकार ने शिक्षण संस्थानों को बंद करने का फैसला लिया। अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद एक्टिव मोड में आ गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि कोरोना के बढ़ती संख्या को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को दोपहर में राज्य के सभी जिलों के जिलाधिकारियों और एसपी के साथ स्थिति की समीक्षा करेंगे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री प्रतिदिन स्वास्थ्य विभाग के साथ कोरोना की समीक्षा कर रहे हैं।
पत्रकारों से बातचीत में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए विभाग द्वारा प्रतिदिन आरटीपीसीआर की संख्या में वृद्धि की जा रही है। इसके अलावा कोरोना के कल्सटर और कंटेनमेंट जोन में एंटीजन टेस्ट को बढ़ाया जा रहा है। राज्य में प्रतिदिन करीब सवा दो लाख कोरोना सैंपलों की जांच की जा रही है।
वैक्सीनेशन को भी बढ़ाया जा रहा है। सब प्रयास के बाद भी कोरोना का वायरस तेजी से फैल रहा है। इससे स्थिति के बिगडऩे जैसी हो सकती है। होली के बाद जिस तरह से राज्य में इसका प्रसार हुआ वह इसका प्रमाण है। सरकार की ओर से सार्वजनिक कार्यक्रमों और निजी समारोह पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया है।