दरभंगा। : बिहार में जनसुराज पदयात्रा (Jan Suraj Padyatra) निकाल रहे प्रशांत किशोर अब मधुबनी से दरभंगा पहुंच गए हैं। 1 दिसंबर से दरभंगा जिले में शुरू हो रह पदयात्रा के पहले दिन प्रशांत किशोर सिंहवाड़ा और जाले प्रखंड में जांएगे।
प्रशांत किशोर सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक हरिहरपुर पूर्वी, टेकटार, अहियारी दक्षिणी, कमतौल अहियारी नगर पंचायत का भ्रमण करेंगे।
बता दें कि एक दिन पहले ही प्रशांत किशोर ने राजद सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Yadav) और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर निशाना साधा था।
बिहार में भ्रष्टाचार पर कसा तंज
इधर, दरभंगा (Darbhanga) जाने से पहले मधुबनी (Madhubani) में उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव में नेता से 500 रुपये लेकर और मुर्गा-भात खाकर वोट देंगे तो वो जीतने के बाद चोरी ही करेगा।
उन्होंने कहा कि जिस गांव में हम गए, वहां लोग कहते हैं कि बिहार में बड़ा भ्रष्टाचार है। मुखिया जी काम नहीं करते हैं। नाली-गली मुखिया जी नहीं बनवा रहे हैं।
राशन कार्ड बनवाने में दो से ढाई हजार तक घूस देनी पड़ती है। इंदिरा आवास योजना का घर तो मिल ही नहीं रहा है।
यदि मिलेगा तो इसके लिए 25 से 30 हजार रुपये घूस देनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि जरा याद कीजिए, दो साल पहले मुखिया का चुनाव था।
वोट की सौदेबाजी पड़ रही भारी
पांच-पांच सौ रुपये लेकर आपने वोट बेच दिया। मुर्गा-भात खाकर आपने वोट दिया। दो-दो पाउच (देसी शराब) में वोट आपने सौदा किया।
ऐसे में आपका मुखिया चोर नहीं होगा तो क्या हरिश्चंद्र होगा? आपकी इतनी दुर्दशा हो गई है कि आपको चोरी करना भी नहीं आ रही है।
उन्होंने कहा कि वोट के सौदे के बाद जो मुखिया या विधायक जीतकर आता है, वो आपके और आपके बच्चों के हलक में अंगुली डालकर 10 हजार रुपये या 20 हजार रुपये घूस लेता है।
ऐसे में आप बार-बार चिल्लाते हैं कि बिहार में बड़ा भ्रष्टाचार है। आपने वोट का सौदा किया था, क्या वो भ्रष्टाचार नहीं है? उन्होंने कहा कि जिसकी जितनी औकात है, वो उतना लूट रहा है।
बिहार में लोग चाहते हैं कि ऐसे लूटकर हम अपना घर भर लें। उन्होंने कहा कि जब समाज चोर है तो ईमानदार नेता कहां से पैदा होगा?
बच्चों को पढ़ाने पर दिया जोर
प्रशांत किशोर ने इस दौरान बच्चों की शिक्षा पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यदि आप गरीब हैं तो यहां से एक संकल्प लेकर जाइए। यदि आपके पांच बच्चे हैं तो उनमें कम से कम एक बच्चे को अच्छा पढ़ाइए।
उन्होंने कहा कि आपका एक बच्चा भी अच्छे से पढ़ लेगा और आगे बढ़ गया तो पूरे परिवार को गरीबी से निकाल देगा। अगर नहीं पढ़े तो जीवनभर बच्चा खिचड़ी और आप पांच किलो अनाज के लिए हाथ फैलाते रहेंगे।