धान खरीद की समय सीमा 15 तक, मुख्यमंत्री ने की धान अधिप्राप्ति की समीक्षा
(आज समाचार सेवा)
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह संतोष की बात है कि अब तक साढ़े चार लाख किसानों से ३२ लाख ६१ हजार टन धान की रिकार्ड खरीददारी हुई है। हमलोगों ने सबसे पहले पैक्स के माध्यम से धान खरीद की शुरूआत की। इससे किसानों को बहुत लाभ हो रहा है। श्री कुमार सोमवार को एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने चावल मिल मालिकों से उसना चावल मिलों मेें इजाफा करने का अनुरोध किया।
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने अपने यहां सबसे पहले पैक्स के माध्यम से धान अधिप्राप्ति की शुरूआत करायी, इससे किसानों को काफी लाभ हो रहा है। यह संतोष की बात है कि अब तक ४ लाख ५० हजार किसानों से ३२ लाख ६१ हजार मीट्रिक टन की रिकार्ड धान अधिप्राप्ति हो चुकी है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष १५ फरवरी तक धान अधिप्राप्ति की समय सीमा निर्धारित की गयी है, इच्छुक किसान समय सीमा में इसका लाभ उठायें।
मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को धान अधिप्राप्ति में किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए निरंतर निगरानी एवं अनुश्रवण करते रहें। लक्ष्य के अनुरूप धान अधिप्राप्ति को लेकर तेजी से काम करें। धान अधिप्राप्ति का भुगतान किसानों को ससमय करते रहें ताकि उन्हें इसका लाभ मिले। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की हरसंभव सहायता के लिए पूरी तरह तत्पर रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में उसना चावल की खपत अधिक है। इसको लेकर उसना चावल के मिलों की संख्या और बढ़ायें। अरवा चावल मिलर्स को उसना मिल में कन्वर्ट करने के लिए प्रेरित करें।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त अतुल प्रसाद, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे, जबकि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव विनय कुमार एवं सहकारिता विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी जुड़ी हुई थीं।
आरंभ में खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव विनय कुमार ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से धान अधिप्राप्ति के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने खरीफ विपणन वर्ष २०२१-२२ के अंतर्गत धान अधिप्राप्ति की अद्यतन स्थिति, लक्ष्य तथा चावल मिलों की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चरणबद्ध तरीके से धान अधिप्राप्ति की प्रक्रिया शुरू की गयी है। किसानों को ससमय भुगतान किया जा रहा है, इससे उन्हें काफी फायदा हो रहा है।
बैठक में सहकारिता विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से धान अधिप्राप्ति कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लक्ष्य के अनुरूप सभी जिलों से धान का क्रय किया जा रहा है। अब तक ४ लाख ५० हजार किसानों के माध्यम से ३२ लाख ६१ हजार मीट्रिक टन की रिकार्ड धान अधिप्राप्ति की गयी है। प्रोक्योरमेंट पोर्टेबिलिटी सिस्टम लागू की गयी है, इसके माध्यम से ३५ हजार किसानों द्वारा अब तक २ लाख ६३ हजार मीट्रिक टन धान अधिप्राप्ति की गयी है। उन्होंने बताया कि धान अधिप्राप्ति के लिए १५ फरवरी २०२२ तक की समय सीमा निर्धारित की गयी है।