पटना

बिहार में 50 स्कूल बनेंगे अनुकरणीय


गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए आदर्श बनेंगे चयनित विद्यालय

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य में 50 स्कूल आदर्श (अनुकरणीय) बनेंगे। प्रदेश के सभी जिलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण के सभी मानकों के समुचित संचालन के लिए सभी जिलों में आदर्श (अनुकरणीय) विद्यालय का चयन किया गया है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के मामले में ये सभी स्कूल इस रूप में आदर्श बनेंगे कि जिले के बाकी स्कूल इनका अनुकरण करें।

चयनित 50 स्कूलों में पटना के सात स्कूल हैं। इनमें बांकीपुर राजकीय बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, शहीद राजेंद्र प्रसाद सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय (पटना हाई स्कूल), देवीपद चौधरी स्मारक (मिलर) उच्च माध्यमिक विद्यालय, टी. के. घोष एकेडमी, सर गणेशदत्त उच्च माध्यमिक विद्यालय, श्रीगणेश उच्च माध्यमिक विद्यालय (बख्तियारपुर) एवं आरएसएम रेलवे एडेड उच्च विद्यालय (मोकामा घाट) शामिल हैं। समस्तीपुर जिले के तीन स्कूलों में विद्यापति उच्च विद्यालय (मउवाजिदपुर दक्षिण), उच्च विद्यालय (सरायरंजन) एवं छत्रधारी उच्च विद्यालय (दलसिंहसराय) शामिल हैं।

अररिया के उच्च विद्यालय (अररिया), अरवल के बालिका उच्च विद्यालय (अरवल), औरंगाबाद का अनुग्रह इंटर विद्यालय (औरंगाबाद), बांका के एस. एस. बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय (बांका), बेगूसराय के बीएसएस कॉलेजिएट प्लस-टू विद्यालय (बेगूसराय), भागलपुर के जगदीशपुर प्रखंड के राजकीय बालिका उच्च विद्यालय, भोजपुर के राजकीय बालिका उच्च विद्यालय (आरा), बक्सर के राजकीय बालिका उच्च विद्यालय (चक्की), दरभंगा के प्लस-टू एम. एल. एकेडमी (लहेरियासराय), पूर्वी चंपारण के प्लस-टू इंटर कॉलेज जिला स्कूल (मोतिहारी) एवं राजकीयकृत प्लस-टू उच्चतर विद्यालय (केसरिया), गया के प्लस-टू जिला स्कूल (गया), गोपालगंज के एस. एस. बालिका उच्च विद्यालय (गोपालगंज), जमुई के प्लस-टू उच्च विद्यालय (जमुई), जहानाबाद के सुखदेव प्रसाद वर्मा प्लस-टू स्कूल (टेहटा), कैमूर के एबीएस उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (भभुआ), कटिहार के प्लस-टू गांधी उच्च विद्यालय (कटिहार), खगडिय़ा के टी. एन. बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (शिरनिया), किशनगंज के बहादुरगंज प्रखंड के प्लस-टू रसेल उच्च विद्यालय, लखीसराय के राजकीय हसनपुर उच्च विद्यालय (लखीसराय), मधेपुरा के मुरलीगंज प्रखंड के राजकीय उच्च विद्यालय, मधुबनी के एसएनएसटीएनजी वाटसन प्लस-टू उच्च विद्यालय (मधुबनी), मुंगेर के बैजनाथ राजकीय बालिका उच्च विद्यालय (मुंगेर), मुजफ्फरपुर के राजकीय जिला स्कूल (मुजफ्फरपुर), नालंदा के राजकीय उच्च विद्यालय राना बिगहा (बिहारशरीफ) एवं राष्ट्रीय महात्मा गांधी उच्च विद्यालय (गुरूशरणपुर, बेन), नवादा के गांधी इंटर विद्यालय (नवादा), पूर्णिया के राजकीय बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (पूर्णिया), रोहतास के शेरशाह इंटर प्लस-टू उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (सासाराम), सहरसा के प्लस-टू राजकीय उच्च विद्यालय (सहरसा), सारण के राजकीय बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (छपरा), शेखपुरा के डी. एम. मॉडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (शेखपुरा), शिवहर के श्रीनवाब उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (शिवहर), सीतामढ़ी के सीतामढ़ी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (डुमरा) एवं महंथ विवेकानंद गिरि उच्च विद्यालय (मानेचीर, रून्नी सैदपुर), सिवान के वी. एन. उच्च विद्यालय-सह-इंटर कॉलेज (सिवान), सुपौल के राजकीय प्लस-टू उच्च विद्यालय (वीरपुर) एवं प्लस-टू उच्च विद्यालय (विलियम विद्यालय, सुपौल), वैशाली के एसएस बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (हाजीपुर) तथा पश्चिम चंपारण के राजकीय प्लस-टू उच्च विद्यालय (कुमारबाग) आदर्श (अनुकरणीय) विद्यालय के लिए चयनित स्कूलों की सूची में शामिल हैं।

आदर्श (अनुकरणीय) विद्यालय के लिए चयनित स्कूलों में गेट, चहारदीवारी, अतिरिक्त वर्गकक्ष की आवश्यकता, भौतिकी, रसायन एवं जीवविज्ञान की प्रयोगशाला, प्रयोगशाला के लिए आवश्यक सामग्री, पुस्तकालय कक्ष, पुस्तकालय हेतु पुस्तकों की आवश्यकता, छात्राओं के लिए कॉमनरूम, शौचालय की व्यवस्था तथा प्रधानाध्यापक-कक्ष, शिक्षिका-महिला शिक्षकेतरकर्मी, शिक्षक-शिक्षकेतरकर्मी एवं छात्र-छात्रा की स्थिति की समीक्षा 18 सितंबर को बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा यहां बुलायी गयी राज्य स्तरीय बैठक में होगी। इस बाबत परिषद द्वारा सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों तथा माध्यमिक शिक्षा, प्रारंभिक शिक्षा एवं एसएसए देखने वाले जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं।