पटना

नालंदा के 20 प्रतिशत युवकों ने कोविड वैक्सीन लगाकर बनाया रिकार्ड


      • 21 जून तक 2041404 के विरुद्ध 405187 लोगों ने लगाया वैक्सीन का पहला डोज
      • जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की मेहनत तथा डीएम के गाइडलाइन का दिखा असर

बिहारशरीफ (आससे)। नालंदा के लिए गौरव की बात है कि जिले के 20 प्रतिशत युवाओं को कोविड वैक्सीन का पहला डोज लग चुका है। 18 से 45 आयु वर्ग के युवा जिन्हें बिहार सरकार के खर्च से वैक्सीन लगाया जा रहा है, वैक्सीन लगाने में आगे है। अब तक 2041404 लोगों के विरुद्ध 405187 युवाओं ने वैक्सीन लगवा लिया है। कोविड का समापन का मूल मंत्र है टीका और इसी मूल मंत्र को सफल बनाने में लगे हैं जिले के अधिकारी एवं स्वास्थ्य महकमा। प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक तथा चिकित्सा जगत से जुड़े लोगों ने यह साफ-साफ कहा है कि जब तक टीका नहीं तब तक कोविड का उन्मूलन नहीं। यही वजह है कि केंद्र और राज्य सरकार त्वरित रूप से टीकाकरण अभियान को गति दे रही है।

कोविड टीकाकरण में नालंदा ने बेहतर प्रदर्शन किया है। नालंदा के जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह इस सफलता के मुख्य हकदार है। लगातार उनके द्वारा कोविड टीकाकरण की ना केवल समीक्षा की जाती रही बल्कि विभिन्न टीकाकरण केंद्रों पर जाकर लोगों को प्रेरित भी करते रहे है। कोविड संक्रमित  होने के बावजूद आइसोलेशन में रहकर फोन और विभिन्न माध्यमों कोविड टीकाकरण के प्रति स्वास्थ्य विभाग सहित अपने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को गाइड करते रहना और प्रेरित करते रहना उनके दैनिक कार्यों में शुमार रहा है। निश्चित रूप से इस अभियान को सफल बनाने में स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों और अधिकारियों का भी योगदान रहा है। इसके अलावे जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों और कर्मियों को भी अब इस अभियान से जोड़ा जा रहा है।

जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि शिक्षकों को स्कूल में उपस्थिति कराये और इस अभियान को सफल बनाने के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए कहे। इसके पूर्व उन्होंने विभिन्न विभाग के प्रमुखों की बैठक बुलाकर इसे गति देने को कहा था। खासकर जीविका, शिक्षा विभाग, आपूर्ति विभाग द्वारा इस महाअभियान को सफल बनाने के लिए कई प्रयास हुए। डीएम के निर्देश पर अब जविप्र  दुकानों में कोविड वैक्सीनेशन कैंप लगने लगा है, जहां मुफ्त या अनुदानित राशन लेने वाले लोगों को राशन लेने के पहले वैक्सीन दिया जा रहा है। यही वजह रही कि जिले में कोविड वैक्सीनेशन का इतना अच्छा प्रगति रहा।

प्रखंडवार अगर इस पर नजर डाली जाय तो सबसे अधिक कतरीसराय के लोगों ने वैक्सीन लिया है। यहां 31 फीसदी लोगों ने वैक्सीन लिया है। जबकि गिरियक और बिंद प्रखंड के 30 प्रतिशत लोगों ने वैक्सीन लिया है। वहीं बिहारशरीफ शहरी के 26, परबलपुर के 24, थरथरी के 23, राजगीर के 22, बेन, करायपरशुराय तथा हरनौत का 21-21 फीसदी लोगों ने कोविड वैक्सीन लिया है। जिले के मानक 20 प्रतिशत वैक्सीनेशन से कम वैक्सीन लगाने वाले प्रखंडों में नगरनौसा, सरमेरा और एकंगरसराय के 19 प्रतिशत, रहुई के 18, बिहारशरीफ सदर, सिलाव, हिलसा, चंडी तथा अस्थावां प्रखंडों के 17-17 फीसदी लोगों ने वैक्सीन लगवाया है। जबकि नूरसराय के 16 तथा इस्लामपुर के मात्र 14 फीसदी लोगों ने वैक्सीन लगवाया है।

युवा यानी 18 से 45 आयु वर्ग के 76910 लोगों ने कोविड वैक्सीन का दूसरा डोज भी लगवा लिया है, जो टारगेट का 4 प्रतिशत है। आगे जैसे-जैसे दूसरे डोज का समय आयेगा यह वैक्सीन ऑटो मोड में लोग लगवाते रहेंगे।