सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध, स्पीकर ने मांगा सदस्यों से समर्थन
(आज समाचार सेवा)
पटना। बिहार विधानमंडल का बजट सत्र शुक्रवार से शुरू हो रहा है। सत्र में कुल २२ बैठकें होगी। सत्र के सुचारू रूप से संचालन व जनहित से जुड़े मुद्ïदों पर सार्थक विमर्श व उसके निदान के लिए दोनो सदनों के सभापति ने सदस्यों से सकारात्मक सहयोग मांगा है। वहीं सत्र को लेकर पक्ष व विपक्ष के बीच एक-दूसरे की घेराबंदी को लेकर रणनीति बननी शुरू हो गयी है।
विधानमंडल के बजट सत्र के पहले दिन यानि १९ फरवरी को राज्यपाल फागू चौहान सेंट्रल हॉल में दोनों सदनों के सदस्यों को संयुक्त रूप से संबोधित करेंगे। इसके बाद दासेनों सदनों के सदस्य अपने-अपने सदन में चले जायेगा। सत्र नहीं रहने की अवधि में राज्यपाल द्वारा स्वीकृति अध्यादेशों एवं स्वीकृत विधेयकों की प्रमाणित प्रतियों को सदन के पटल पर रखा जायेगा। उप मुख्यमंत्री सह वित्त एवं वाणिज्यकर मंत्री आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट को सदन के पटल पर रखेंगे। इसके बाद शोक प्रस्ताव होगा। सत्र के दूसरे दिन यानि २२ फरवरी को बिहार का बजट दोनों सदनों में प्रस्तुत किया जायेगा। भोजनावकाश के बाद महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर विमर्श शुरू होगा। २३ फरवरी को विमर्श की समाप्ति के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों सदनों में सरकार की ओर से जवाब देंगे।
तय कार्यक्रम के अनुसार वित्तीय वर्ष २०२१-२२ के बजट पर विमर्श के लिए दो दिन, वित्तीय वर्ष २०२०-२१ के द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणी के उपस्थापन, विमर्श एवं तत्संबंधी विनियोग विधयेक के लिए एक दिन का समय निर्धारित है। विभागीय अनुदान मांगों पर विमर्श एवं स्वीकृति के लिए १२ दिन, राजकीय विधेयक के लिए दो दिन तथा गैर सरकारी सदस्यों के लिए गैर सरकारी संकल्प के लिए दो दिन निर्धारित हैं।
इस बीच सत्र को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किये गये हैं। विधानमंडल परिसर में निषेधाज्ञा लागू कर दिया गया है। सुरक्षा के मद्ïदेजर मुख्य द्वार व सचिवालय के मुख्य प्रवेश द्वार को छोड़ सभी द्वारों को बंद कर दिया गया है। विधानमंडल भवन में सुरक्षा के दृष्टिïकोण से सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं। परिसर के बाहर भारी संख्या में सुरक्षा बल प्रतिनियुक्त किये गये हैं।