पटना : विधायकों को यह मंजूर नहीं कि हर छह माह पर उनका बाडीगार्ड बदल जाए। पुलिस मुख्यालय के इस निर्देश के चलते अभी यह हो रहा कि अगर छह माह के भीतर बाडीगार्ड को नहीं हटाया जाता है तो उसका दैनिक भत्ता बंद हो जाएगा। दैनिक भत्ता प्राप्त करने के लिए उसे स्वत: हट जाना होगा। पुलिस मुख्यालय के इस निर्देश को बदलने के सवाल पर शुक्रवार को विधानसभा में दलीय सीमा टूट गई। सभी विधायकों ने कहा कि इस नियम में परिवर्तन किया जाए। गृह विभाग से जुड़े इस सवाल पर प्रभारी मंत्री बिजेंद्र यादव ने कहा कि नियम में परिवर्तन का फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है।
- – बाडीगार्ड हर छह माह पर नहीं बदले, इस मसले पर दलों की सीमा को माननीयों ने तोड़ा
- – गृह विभाग का जबाव दे रहे प्रभारी मंत्री ने कहा कि अभी नियम में परिवर्तन का प्रस्ताव नहीं
- – विधानसभा में जब सभी विधायकों ने जोर दिया तो बिजेंद्र यादव ने कहा कि दिखवा लेंगे
अध्यक्ष बोले-विधायकों की भावना को देख लीजिए
विधानसभा अध्यक्ष ने तब कहा कि विधायकों की भावना को देख लीजिए। इसके बाद प्रभारी मंत्री ने कहा कि वह दिखवा लेते हैं। आठ मार्च को इस आशय का ध्यानाकर्षण रामबलि सिंह यादव, अमरजीत कुशवाहा, मुरारी प्रसाद गौतम, विद्यासागर केसरी, मंजू अग्रवाल, रणविजय साहू और जयप्रकाश यादव द्वारा लाया गया था। यह कहा गया कि पुलिस मुख्यालय द्वारा निर्गत यह पत्र सदस्यों के अधिकार को प्रभावहीन बनाने वाला है। संशोधित पत्र के माध्यम से स्पष्ट निर्देश दिया जाना चाहिए कि उक्त पत्र विधायकों के सुरक्षा गार्ड के लिए लागू नहीं होता।