कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा के बजट सत्र का आखिरी दिन काफी हंगामेदार रहा। बीरभूम जिले के रामपुरहाट में हुई हिंसा को लेकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और मुख्य विपक्षी भाजपा विधायकों के बीच सदन के भीतर मारपीट व हाथापाई तक हो गई। यहां तक कि भाजपा विधायक के कपड़े भी फाड़ दिए गए। भाजपा ने आरोप लगाया है कि जब उसने बीरभूम मामले पर विधानसभा में चर्चा की मांग की तो टीएमसी के विधायकों ने आपा खो दिया और हाथापाई की। इस दौरान विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक व विधायक मनोज तिग्गा के साथ मारपीट की गई। इसके बाद भाजपा के विधायकों ने सदन से वाकआउट कर दिया। बताया जा रहा है कि इस हाथापाई में टीएमसी के विधायक आसित मजूमदार को भी कथित तौर पर नाक पर चोट आई है। उन्हें एसएसकेएम अस्पताल में ले जाया गया है। वहीं, विधानसभा में मारपीट की इस घटना के बाद पांच भाजपा विधायकों को सस्पेंड कर दिया गया है, जिसमें विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी समेत मनोज तिग्गा, शंकर घोष, दीपक बर्मन और नरहारी महतो शामिल हैं।
भाजपा के पांच विधायकों को इस साल के सभी सत्रों के लिए निलंबित किया
पश्चिम बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बंद्योपाध्याय ने सदन में कथित रूप से अशोभनीय आचरण करने को लेकर नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी समेत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पांच विधायकों को सोमवार को निलंबित कर दिया।
अध्यक्ष ने अधिकारी के अलावा भाजपा विधायक दीपक बर्मन, शंकर घोष, मनोज तिग्गा और नरहरि महतो को 2022 के आगामी सभी सत्रों के लिए निलंबित कर दिया है। इससे पहले, भाजपा के विधायकों के राज्य में कानून-व्यवस्था की कथित ‘बिगड़ती’ स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान की मांग करने के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भगवा पार्टी के विधायकों के बीच सोमवार को सदन में धक्का-मुक्की हो गई थी।विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के नेतृत्व में लगभग 25 भाजपा विधायकों ने विधानसभा से बहिर्गमन किया और दावा किया कि सदन के अंदर तृणमूल कांग्रेस के विधायकों द्वारा उनकी पार्टी के कई विधायकों के साथ मारपीट की गई।वहीं, तृणमूल कांग्रेस के नेता एवं राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम ने पत्रकारों से कहा कि भाजपा, विधानसभा में अराजकता फैलाने के लिए नाटक कर रही है।उन्होंने कहा कि सदन के अंदर हुई धक्का-मुक्की में उनकी पार्टी के कुछ विधायक घायल भी हो गए हैं।