नई दिल्ली, बेंगलुरु में विपक्षी पार्टियां आज से दो दिवसीय बैठक करने जा रही हैं। कर्नाटक की राजधानी में होने वाली इस बैठक में सभी भाजपा विरोधी गुट लोकसभा चुनाव 2024 की रणनीति तय करने वाले हैं।
उधर, कल भाजपा के नेतृत्व में एनडीए की सभी पार्टियां दिल्ली में जमावड़ा लगाने वाली हैं। इस बैठक में 30 दल एक बार फिर एनडीए को अपना समर्थन दोहरा सकते हैं।
कांग्रेस पार्टी द्वारा दिल्ली के अध्यादेश का विरोध करने का एलान करने के बाद आम आदमी पार्टी के भी विपक्ष की बैठक में आने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। वहीं, ममता ने पहले ही शामिल होने का एलान कर दिया है। कुनबा बढ़ने के कारण विपक्ष और एनडीए के बीच आगामी लोकसभा चुनाव में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है।
विपक्ष और एनडीए में कौन किस पर भारी है, दोनों गुट यही दिखाने की कोशिश में हैं। आइए, 10 प्वाइंट में जानें बैठक के बारे में सब कुछ…
- 1- भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ एकजुट हुए विपक्ष के कम से कम 24 दलों के नेता 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में जुटेंगे।
- 2- विपक्ष की इस बैठक में सभी दल आपसी मतभेदों को दूर करने और 2024 लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे की रणनीति बना सकते हैं।
- 3- बैठक के लिए सभी विपक्षी नेता पहुंचना शुरू हो गए हैं। इस बीच कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि हमारी बैठक से भाजपा डरने लगी है और इसके चलते ही उसे एनडीए की बैठक बुलानी पड़ी।
- 4- शाम 6 बजे के करीब सभी दल बैठक करेंगे और इसके बाद रात 8 बजे डिनर होगा। 18 जुलाई को बैठक सुबह 11 बजे शुरू होगी और शाम 4 बजे तक चलेगी। इसके बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए 2024 लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति की घोषणा की जा सकती है।
- 5- विपक्षी पार्टियां का एक एजेंडा 20 जुलाई से शुरू हो रहे संसद सत्र में भाजपा को घेरना का भी होगा। बैठक में विपक्षी गठबंधन का नाम तय होगा और न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर चर्चा भी होगी।
- 6- हालांकि, विपक्षी दलों के बीच संभावित सीट बंटवारे का अंतिम निर्णय संबंधित राज्य इकाइयों पर छोड़ दिया जाएगा।
- 7- दूसरी ओर मंगलवार को दिल्ली में होने वाली एनडीए की बैठक की अध्यक्षता भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। बैठक में भाजपा ने गठबंधन सहयोगियों के अलावा कई नए सहयोगियों और कुछ पूर्व सहयोगियों को आमंत्रित किया है।
- 8- जिन नए सदस्यों के भाग लेने की उम्मीद है, उनमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजीत पवार गुट, शिवसेना, चिराग पासवान की लोक जन शक्ति पार्टी (आरवी) और जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) शामिल है।
- 9- बिहार से चार नेता – लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के उपेन्द्र सिंह कुशवाह और विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश सहनी बैठक में आ सकते हैं।
- 10- काफी अटकलों के बाद भी एन चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली तेलुगु देशम पार्टी और बादल परिवार के नेतृत्व वाली शिरोमणि अकाली दल एनडीए का हिस्सा नहीं होंगी। जानकारी के अनुसार, भाजपा इन पार्टियों के साथ गठबंधन नहीं करेगी और पंजाब में अकेले और आंध्र प्रदेश में पवन कल्याण की जनसेना पार्टी के साथ चुनाव लड़ सकती है।
एनडीए में वर्तमान में 25 पार्टियां
भाजपा, एआईएडीएमके, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट), एनपीपी (नेशनल पीपुल्स पार्टी), एनडीपीपी (नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी), एसकेएम (सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा), जेजेपी (जननायक जनता पार्टी), आईएमकेएमके, आजसू (ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन), आरपीआई (रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया), एमएनएफ (मिजो नेशनल फ्रंट), टीएमसी (तमिल मनीला कांग्रेस), आईपीएफटी (त्रिपुरा), बीपीपी (बोडो पीपुल्स पार्टी), पीएमके (पाटली मक्कल कच्ची), एमजीपी (महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी), अपना दल, एजीपी (असम गण परिषद), राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, निषाद पार्टी, यूपीपीएल, एआईआरएनसी (ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस पुडुचेरी), शिरोमणि अकाली दल सयुंक्त (ढींढसा), एसबीएसपी (सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी) और जनसेना (पवन कल्याण)।
वहीं, एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अजित पवार गुट), लोक जन शक्ति पार्टी (रामविलास), एचएएम (हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा), आरएलएसपी (राष्ट्रीय लोक समता पार्टी) और वीआईपी (विकासशील इंसान पार्टी) गठबंधन में नए सदस्य होंगे।
विपक्षी गुट में ये पार्टियां शामिल
विपक्षी गुट में कांग्रेस, आप, सीपीएम जैसी तीन राष्ट्रीय पार्टियों के अलावा सपा, एनसीपी (शरद पवार), टीएमसी, आरजेडी, शिवसेना (यूबीटी), आरएलडी, जेएमएम, नेशनल कॉन्फ्रेंस, सीपीआई, डीएमके, मुस्लिम लीग और एमडीएमके। 9 नई पार्टियां भी इसका हिस्सा बनने वाली हैं।