आजसं. कोइरौना (भदोही)। योगी सरकार के 72 घण्टों में ट्रांसफॉर्मर बदलने के दावे की हवा गैरजिम्मेदार व स्थानीय स्तर से वर्कशॉप तक धनउगाही की आदत पाल चुके बिजली विभाग के कर्मचारी अधिकारी व ठेकेदार निकाल रहे हैं।
सीतामढ़ी विद्युत उपकेंद्र से जुड़े केवटाही गांव के ब्राह्मण व यादव बस्ती के बीच लगा 63 केवीए की क्षमता का ट्रांसफार्मर 15 अगस्त को जल गया था। तत्काल उपभोक्ताओं द्वारा विभाग को सूचना दी गई तथा शिकायत भी दर्ज करा दी गई। किन्तु ट्रांसफॉर्मर अब तक नही बदला जा सका। बातचीत में पता चला कि पहले सीतामढ़ी उपकेंद्र के जेई राम नारायण यादव द्वारा दो दिन बाद पीआर जारी किया। फिर उच्चाधिकारियों से शिकायत के बाद दूसरे दिन गुरुवार दोपहर को ट्रांसफार्मर रिलीज किया गया। और शिकायत निस्तारित कर दिया गया। लेकिन ट्रांसफार्मर लेकर ट्रांसपोर्ट ठेकेदार का चालक देर शाम तक साइड पर नही पहुंचा। भदोही वर्कशॉप के जेई ने कहा कि ट्रांसफार्मर नही था। बहुत शिकायतें लंबित हैं। आज रिलीज किया गया है। शुक्रवार को पहुचेगा। सीतामढ़ी जेई ने पहले तो सही जानकारी नही दी बाद में कहा कि चालक को कम दिखता है। कहीं देर न हो जाये इसलिए सुबह लाने को बोल रहा है। यह भी कहा कि पता नही विभाग ऐसे लोगों को क्यों काम पर रखता है। उधर सप्लाई ठप पड़ने से उपभोक्ता उमस भरी गर्मी से बेहाल हैं। सबमर्सिबल बंद पड़ने से पेयजल संकट उत्पन्न है तो धान की सिचाईं भी बाधित है। दूसरी ओर अंधेरे में जीव जंतुओं का खतरा भी बढ़ा है। यही नही केवटाही गांव में यादव बस्ती के बीच लगा ट्रांसफर पिछले छह माह से जला है। काफी शिकायतें हुईं लेकिन विभाग के कानों में जूं नही रेंगीं।
बता दें कि जले ट्रांसफार्मर के लिए उपभोक्ता 1912 पर शिकायत दर्ज कराते हैं तो जेई ऑनलाइन पीआर वर्कशॉप को अग्रेषित करते हैं। तब ट्रांसफार्मर जारी किया जाता है। लेकिन पहले जहां जेई पीआर नम्बर भेजने में देरी कर रहे हैं। वहीं ट्रांसफार्मर जारी करने में दो तीन दिन लगा दिया जा रहा है। तो रही सही कसर मॉनिटरिंग न होने से ट्रांसफार्मर लादने के बाद वाहन ठेकेदार साइड पर पहुँचाने में लेटलतीफी कर पूरा कर रहे हैं। जबकि विभाग ट्रांसफार्मर जारी होते ही शिकायत को निस्तारित दिखा कर वाहवाही लूट रहा है।