हाईलाइट्स-
कटान प्रभावित क्षे़त्र छेछुआ के 35 दलित बस्ती के परिवारों को राहत चौकी में विस्थापित करते हुये जमीन पटटा आवटंन का जिलाधिकारी ने दिया निर्देश, इटहरा के भी 4 परिवार किये गए विस्थापित
राहत शिविर/बाढ़ आपदा राहत चौकी श्री नारायण इण्टर कालेज धनतुुलसी में बाढ़ की जद में आने वाले सम्भावित परिवारों को विस्थापित करने के साथ सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने का दिया निर्देश
सभी बाढ़ चौकियों को सक्रिय करते हुए प्रभावित गांवों में की गयी नाव की व्यवस्था
राहत सम्बन्धित सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने व प्रभावित फसलों का तत्काल सर्वेक्षण करने का निर्देश
विस्तार-
कोइरौना/ज्ञानपुर (भदोही)। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने गंगा नदी में बढ़ते जलस्तर के चलते डीघ ब्लाक के सम्भावित बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांवों छेेछुआ, भुर्रा, इटहरा, रामपुर घाट, कलिकमवैया, सीतामढ़ी, धनतुलसी आदि का अपर जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार मिश्र, तहसीलदार ज्ञानपुर विजय यादव, डीघ खण्ड विकास अधिकारी सुरेंद्र सिंह यादव, सहायक अभियन्ता नहर प्रखण्ड श्री पारितोष के साथ भ्रमण कर स्थलीय निरीक्षण किया। सम्भावित बाढ के दृष्टिगत के गंगा नदी के निचले कटान क्षेत्र छेछुआ में ढाई सौ आबादीे के 35 परिवारो को वहां से विस्थापित कर बाढ़ चौकी श्री नारायण इण्टर कालेज धनतुुलसी मे शरण दिलाया गया। जिलाधिकारी ने विस्थापित 35 परिवारों को पटटे की जमीन आवटित करने का निर्देश दिया तथा उस पर खण्ड विकास अधिकारी डीघ को आवास बनवाने का भी निर्देश दिया गया। इसी तरह इटहरा कटान क्षेत्र के 4 परिवारों को भी बाढ़ चौकियो में भी विस्थापित किया गया है।
सम्भावित बाढ़ के दृष्टिगत जिलाधिकारीए ने उप जिलाधिकारी ज्ञानपुर से सहित सभी सम्बन्धित अधिकारियो को राहत शिविर के साथ प्रभावित होने वाले प्रमुख मार्गो नाव की व्यवस्था तथा अन्य राहत सामाग्री की व्यवस्थाए सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। ग्राम प्रधान व ग्रामीणो के द्वारा बताया गया कि गंगा के नजदीक वाले कुछ खेतो में बड़े पैमाने पर उपजाउ जमीन कटकर गंगा मेें समाहित हो रही है इससे फसल प्रभावित होने से किसान का बड़ा नुकसान हो रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रो में बाढ़ राहत चौकिया बनायी गयी है।
सभी बाढ़ चैकियो पर कर्मचारियो की तैनाती कर क्रियाशील कर दिया गया हैं। उन्होने कहा कि बाढ़ क्षेत्रो के लिये पर्याप्त नाव की व्यवस्था सहित अन्य राहत सामाग्री की व्यवस्था कर ली गयी हैं। सभी प्राशासनिक अधिकारी व कर्मचारियो की सक्रियता भी बढ़ा दी गयी हैं। उन्होने कहा कि बाढ़ से निपटने के लिये प्रशासन द्वारा सभी व्यवस्थाए पूर्ण कर ली गयी हैं। बाढ़ के किसी स्तर से निपटने के लिये जिला प्रशासन हर स्तर पर सतर्कता बरती जा रही हैं।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि सम्बन्धित कटान क्षेत्र गॉव के लेखपाल व अन्य ग्राम स्तरीय अधिकारी बाढ़ प्रभावित अपने गॉव में ही भ्रमणशील रहें तथा बाढ़ से होने वाले नुकसान पर पैनी नजर रखते हुये तत्काल सर्वे सुनिश्चित करें। उन्होने उप जिलाधिकारी ज्ञानपुुर श्री योगेंद्र कुमार को निर्देशित किया कि बाढ़ प्रभावित ग्रामो में बाढ़ राहत से सम्बन्धित सभी व्यवस्थाओ की तैयारियो करते हुये स्वयं भी निगरानी रखे ताकि बाढ़ प्रभावित लोगो को आवश्यकता पड़ने पर तत्काल राहत पहुॅचाया जा सकें। निरीक्षण के दौरान प्रमुख तौर पर बाढ़ चैकियो का जायजा, प्रभावित ग्राम की वर्तमान स्थिति, नदी कटान की स्थिति व उपस्थित ग्रामीणो व समुदाय से वार्ता कर बाढ़ से उत्पन्न होने वाली समस्याओं के बारे में विस्तृत जानकारी ली गयी।