सूत्रों ने शुरुआत में कहा था कि एनआईए की छापेमारी भाजपा कार्यकर्ता प्रवीण कुमार नेट्टारे की हत्या के मामले में की गई थी। लेकिन, अब बताया जा रहा है कि यह छापेमारी उस सूचना का फॉलो अप है जिसमें कहा गया कि अख्तर परवेज और रिटायर्ड पुलिस अधिकारी मोहम्मद जलालुद्दीन ने बिहार में फुलवारी शरीफ आतंकी मॉड्यूल मामले में पूछताछ के दौरान एनआईए द्वारा की थी।
बीसी रोड पर स्थित आवास पर छापा
एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारी बीसी रोड के पास बंटवाल तालुक पर उनके आवास की तलाशी ले रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि अख्तर और जलालुद्दीन ने जांच के दौरान रियाज फरंगीपेटे के साथ अपने संबंधों का खुलासा किया। सूत्रों ने बताया कि यह छापेमारी क्षेत्र में नफरत फैलाने के साथ-साथ आतंक पैदा करने के संबंध में सबूत जुटाने के सिलसिले में की गई है।
दहशत फैलाने के लिए हत्या- एनआईए
इससे पहले एनआईए ने कहा था कि प्रवीण की हत्या दहशत फैलाने के लिए की गई थी। हमलावर मसूद की हत्या का बदला लेने और स्थानीय लोगों में दहशत फैलाना चाहते थे। पुलिस ने इस सिलसिले में जाकिर सावनूर, मोहम्मद शफीक बेल्लारे, शेख सद्दाम हुसैन और मोहम्मद हैरिस को गिरफ्तार किया है।