चेन्नई (एजेन्सियां)। भारत और इंगलैण्डके बीच चार टेस्ट मैचोंकी शृंखलाका पहला मुकाबला पांच फरवरीसे चेन्नईके चेपक स्टेडियममें शुरू हो रहा है। भारतीय टीमके सामने स्टुअर्ट ब्राड और जेम्स एंडरसनकी गेंदबाजी कड़ी चुनौती पेश कर सकती है। ये दोनों मौजूदा समयमें सक्रिय खिलाडिय़ोंमें सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाजोंमें पहले दो स्थान पर काबिज हैं। एंडरसनने ६०६ और ब्राड ने ५१७ विकेट लिए हैं। एशियाई पिचों पर दोनोंके पास कुल मिलाकर ४२ टेस्ट मैचों का अनुभव है। इनमें दोनोंने ११० विकेट लिए हैं। एंडरसनने अपने करियरमें एशियाई पिचोंपर २३ टेस्ट मैचोंमें २९.१० की औसतसे ६६ विकेट लिए हैं। एंडरसनका ओवरआल करियर औसत २६.६० का है। यानी एशियाकी धीमी पिचोंपर उनका औसत कुछ कमजोर हो जाता है। हालांकि, पिछले २० सालमें वे एशियामें सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गैर एशियाई गेंदबाजोंकी लिस्टमें दूसरे स्थान पर हैं। इस मामलेमें दक्षिण अफ्रीकाके डेल स्टेन ही उनसे आगे हैं। स्टेनने पिछले २० सालमें एशियामें २२ टेस्ट मैचोंमें २४.११ की औसतसे ९२ विकेट लिए हैं। इस दौरेपर ब्राड एशियाई पिचोंपर विकेटोंका अद्र्धशतक पूरा कर सकते हैं। उन्होंने एशियामें अब तक १९ टेस्ट मैचोंमें ३६.३१ की औसतसे ४४ विकेट लिए हैं। ब्राडका करियर औसत २७.५६ है। यानी एंडरसनकी तरह एशियाई पिचोंपर उनका औसत भी थोड़ा कमजोर हो जाता है। भारतके खिलाफ टेस्ट शृंखला एंडरसन और ब्राड दोनोंको एक साथ मौका मिलेगा या नहीं इसपर विशेषज्ञोंकी राय अलग-अलग है। अगर पिचें स्पिन फ्रेंडली हुईं तो इंगलैण्ड दो विशेषज्ञ तेज गेंदबाजों के साथ ही उतरेगा। आलराउंडर स्टोक्स तीसरे तेज गेंदबाजकी भूमिका निभाएंगे। ऐसेमें ब्राड और एंडरसनमें से किसी एककी जगह ही बन पायेगी। अपनी तेज गति और बल्लेबाजी क्षमता के कारण आर्चरका प्लेइंग-११ में शामिल होना तय माना जा रहा है। हां अगर पिचपर घास छोड़ी जाती है और इंगलैण्ड तीन विशेषज्ञ तेज गेंदबाज उतारता है तो फिर एंडरसन और ब्राड दोनों साथ खेल सकते हैं। एंडरसन ३८ सालके हैं और यह उनका आखिरी भारत दौरा बताया जा रहा है। उन्होंने भारतमें कुल १० टेस्ट खेले और २६ विकेट लिए हैं। जबकि ब्राड तीन बार भारत दौरेपर आये हैं और छह टेस्टमें सिर्फ १० विकेट ले पाये हैं।
२०१६ दौरे पर उन्होंने तीन टेस्ट में आठ विकेट लिए थे।