मेलबर्न (एजेन्सियां)। ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच जस्टिन लैंगर ने कहा कि एडीलेड टेस्ट में ३६ रन पर सिमटी भारतीय टीम से उन्हें सहानुभूति है लेकिन उन्हें खुशी है कि २६ दिसंबर से शुरू हो रहे बॉक्सिंग-डे टेस्ट से पहले मेहमान टीम दबाव में है। ऑस्ट्रेलिया ने भारत को उसके न्यूनतम टेस्ट स्कोर ३६ रन पर समेटकर पहला टेस्ट ढाई दिन में ही जीत लिया। लैंगर ने कहा कि उनकी टीम विराट कोहली की गैर मौजूदगी का फायदा उठाना चाहेगी जिससे नए कप्तान अजिंक्य रहाणे पर दबाव बनेगा। यह पूछने पर कि अगर वह भारतीय कोच रवि शास्त्री की जगह होते तो क्या करते, उन्होंने कहा कि मुझे इससे कोई सरोकार नहीं। मैं खुद काफी तनाव झेल चुका हूं। मेरी विरोधी टीम से सहानुभूति है और मुझे पता है कि उन्हें कैसा लग रहा होगा। भारतीय टीम अगर दबाव में है तो मैं खुश हूं क्योंकि क्रिसमस के इस सप्ताहांत पर हम दबाव में नहीं हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि कोहली और मोहम्मद शमी की कमी भारतीय टीम को खलेगी, लेकिन उनका फोकस अपनी टीम की रणनीति पर रहेगा। लैंगर ने कहा कि आप कोई भी खेल खेलें लेकिन दो स्टार खिलाड़ी अगर बाहर हैं तो टीम को कमी तो खलती ही है। विराट कोहली महान खिलाडिय़ों में से है और शमी काफी प्रतिभाशाली है। उनके नहीं होने से हमें फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमें पहले ही दिन से दबाव बनाना होगा क्योंकि रहाणे नया कप्तान है। किसी भी टीम के सर्वश्रेष्ठ खिलाडिय़ों के नहीं रहने से टीम कमजोर हो जाती है और यही सच्चाई है। डेविड वॉर्नर दूसरा टेस्ट नहीं खेल सकेंगे और तीसरे टेस्ट में भी उनका खेलना तय नहीं है। लैंगर ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि वह खेलेगा। पिछले तीन सप्ताह से वह वापसी के लिए काफी मेहनत कर रहा है। टिम पेन की बल्लेबाजी को लेकर भी चर्चा हो रही है क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई हर विकेटकीपर बल्लेबाज की एडम गिलक्रिस्ट से तुलना करते हैं लेकिन कोच ने उन पर पूरा भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि गिलक्रिस्ट महानतम खिलाडिय़ों में से हैं क्योंकि उन्होंने खेल को बदल दिया।