ब्रिसबेन (एजेन्सियां)। ऑस्ट्रेलिया टेस्ट टीम के कप्तान टिम पेन ने भारत के खिलाफ ड्रॉ हुए सिडनी टेस्ट के दौरान मैदान पर अपने बर्ताव के लिए माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि उनकी कप्तानी अच्छी नहीं थी और रविचंद्रन अश्विन से छींटाकशी करके वह बेवकूफ जैसे नजर आए। पेन को उस समय आलोचना का सामना करना पड़ा जब उन्होंने अश्विन के साथ छींटाकशी की जो चोटिल हनुमा विहारी के साथ मिलकर भारत को हार बचाने की कवायद में जुटे थे। भारतीय टीम ४०७ रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मैच ड्रॉ कराने में सफल रही। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा कि मैच के दौरान कई बार उनका ध्यान भटका, वह गुस्से थे और उत्तेजित भी हुए। पेन को ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस के लिए नहीं आना था लेकिन वह इसके लिए पहुंचे और कहा, मैंने मैच के बाद तुरंत उनसे (अश्विन से) बात की, मैंने उनसे कहा, देखो अंत में ऐसा लगा जैसे मैं बेवकूफ हूं, क्या मैंने ऐसा नहीं किया? आप मुंह खोलते हो और फिर कैच टपका देते हो। पेन ने कहा कि उन्होंने मीडिया से बात करने का फैसला किया क्योंकि उन्हें सोमवार की कुछ बातें स्पष्ट करनी थी। पेन ने कहा, मैं इस टीम की अगुआई करने के अपने तरीके पर गर्व करता हूं इसलिए सोमवार को जैसे चीजें घटी उसके लिए माफी मांगना चाहता हूं। पेन के अनुसार सोमवार को उनका बर्ताव उस तरीके की छवि नहीं थी जिस तरह वह ऑस्ट्रेलियाई टीम की अगुआई करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, इसलिए गलतियों के लिए मैं माफी मांगना चाहता हूं। निश्चित तौर पर यह उसकी छवि नहीं थी जिस तरह मैं इस टीम की अगुआई करना चाहता हूं। वहीं कप्तान ने कहा कि एससीजी में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के आखिरी दिन सोमवार को उनके साथी स्टीव स्मिथ भारतीय बल्लेबाज रिषभ पंत का गार्ड नहीं मिटा रहे थे। स्मिथ की हरकत को लेकर सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हो रही है। आखिरी दिन के पहले सत्र में स्टम्प के कैमरा ने स्मिथ को पंत का गार्ड मिटाते हुए देखा। उन्होंने कहा कि मैंने इस बारे में स्टीव से बात की और मुझे पता है कि जिस तरह चीजों को दिखाया गया उससे वह काफी निराश थे। उन्होंने कहा, अगर आप स्टीव स्मिथ को टेस्ट क्रिकेट खेलते हुए देखो तो वह प्रत्येक मैच में दिन में पांच या छह बार ऐसा करते हैं। वह हमेशा बल्लेबाजी क्रीज पर खड़ा होते हैं, शैडो बल्लेबाजी करता है, हमें पता है कि स्टीव स्मिथ इस तरह की चीजें करते हैं, इसमें से एक क्रीज पर निशान बनाना भी है। कप्तान ने कहा, निश्चित तौर पर वह (स्मिथ) गार्ड के निशान को नहीं बदल रहे थे और कल्पना कीजिए कि अगर वह ऐसा कर रहे होते तो फिर भारतीय खिलाड़ी उस समय इसे तूल जरूर देते।