उत्तर प्रदेश

मऊ:-गवाहोंको मौतके घाट उतारनेका दौर, एक और मारा गया


ग्राम प्रधन मुन्ना राव बागी हत्याकांडका पफरार अभियुक्त पिफर नामजद, गवाहका भतीजा था मारा गया अरविन्द राव
मऊ। जनपद में हत्य कांडों के गवाहों को ध्मकाने और मौत के घाट उतारने का दौर सा चल पड़ा है। इसी कड़ी में एक और हत्या कांड को अंजाम दिया गया है। सगड़ी के विधयक सर्वेश सिंह सीपू हत्याकांड के गवाह मुहम्मदाबाद गोहना के ब्लाक प्रमुख प्रतिनिध् िएवं 19आपराध्कि मामलों में वांछित अजीत सिंह की हत्या की चर्चा अभी थमी भी नहीं थी कि चिरैयाकोट थाना क्षेत्रा के असलपुर गांव में भरी पंचायत में गोलियांे से उड़ाये गये ग्राम प्रधन मुन्ना राव बागी के गवाह के भतीजे को गोली मारकर मौत के घाट उतार देने की घटना से समूचा जिला हिल गया है। चिरैयाकोट ;मऊद्ध। स्थानीय थाना क्षेत्रा के ग्राम असलपुर में गत सवा साल के अंदर दूसरी बार गांव के बहुचर्चित दलित ग्राम प्रधन मुन्ना राव बागी हत्याकांड के गवाह के भतीजे की मंगलवार की रात को लगभग आठ बजे वांछित अपराध्ी द्वारा गोली मारकर हत्या कर दिये जाने से पूरे क्षेत्रा में सनसनी पफैल गई। वहीं इस हत्याकांड से क्षुब्ध् दलित बस्ती के लोग आक्रोशित हो गए और आक्रोशित भीड़ ने घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस की एक पी आर बी वैन तथा एक मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया। जिसमें दोनों वाहन जलकर राख हो गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार अरविंद कुमार राव उम्र लगभग 19 वर्ष पुत्रा जीऊत राम निवासी ग्राम असलपुर थाना चिरैयाकोट मऊ पुलिस में भर्ती होने की तैयारी कर रहा था। वह प्रतिदिन दो-तीन लड़कों के साथ अपने घर से दक्षिण तरपफ दौड़ने जाता था। परंतु घटना के दिन मंगलवार को देर शाम पहली बार अपने गांव के दो लड़कों अभिषेक पुत्रा गोविंद तथा अमन पुत्रा महातम के अपने घर से उत्तर तरपफ दौड़ने चला गया और घर से लगभग एक किमी की दूरी पर भैंसही नदी के पुल पर पहले से ही घात लगाए वांछित अपराध्ी राहुल सिंह पुत्रा मृगेंद्र सिंह निवासी ग्राम असलपुर थाना चिरैयाकोट जनपद-मऊ ने अरविंद को गोली मार कर मोटरसाइकिल से पफरार हो गया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जिसकी सूचना अभिषेक ने गांव में आकर दिया। वहीं लोगों के बीच इस बात की भी चर्चा रही कि अरविंद के साथ अभिषेक पहली बार दौड़ने गया था और यह घटना घट गई। जिसको लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे। घटना की सूचना मिलते ही परिजनों समेत दलित बस्ती के लोग आक्रोशित हो गए और यह खबर पूरे क्षेत्रा में जंगल में आग की तरह पफैल गई। वहीं घटना के बाद मौके पर पहुंची डायल 112 की पी आर बी वैन तथा पुलिस की एक मोटरसाइकिल को आक्रोशित भीड़ ने पफूंक दिया। जिसके बाद जिलाध्किारी अमित बंसल तथा पुलिस अध्ीक्षक सुशील घुले तमाम आलाध्किारी व भारी मात्रा में पुलिस पफोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए और कापफी मशक्कत के बाद स्थिति को नियंत्रित किया।
खपरैलपर चढ़कर पुलिसने शवको कब्जेमें लिया
चिरैयाकोट;मऊ। अरविन्द को तीन गोलियां मारी गयी थीं। जिनमें एक सीने में,एक सिर में लगी थी। पोस्टमार्टम हाउफस पर जिलाध्किारी अमित बंसल भी पहुॅचे थे। रात में दलितों ने पुलिस को शव कब्जे में लेने से रोक दिया। देर रात करीब ढाई बजे पुलिस ने खपरैल पर चढ़कर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। रात भर पुलिस का पहरा लगा रहा । बुध्वार को अपरान्ह 3.11 बजे शव गांव पहुॅचा। लेकिन,पुलिस ने घर ले जाने से मना कर दिया। जहां एक बार पिफर पुलिस और दलितों में टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गयी। अनन्तः दलित भारी पड़े और शव को घर ले जाकर उसकी अर्थी सजायी। करीब एक घंटा बाद 4.05 बजे शव यात्रा गाजीपुर के लिए रवाना हुई।
तेरहीका भोजन बना आखिरी निवाला
चिरैयाकोट ;मऊद्। मृतक अरविंद घटना से ठीक पहले देर शाम को अपने गांव से सटे ग्राम जमीन सरौंदा के रामदरश राम के यहां से तेरही का भोजन करके लौटा था। घर आने के बाद दोस्तों के कहने पर दौड़ने चला गया और उसके जीवन की दौड़ समाप्त हो गयी। किसे पता था कि तेरही का भोजन उसका आखिरी निवाला बनेगा।
भरोसा दिलाने पहुंचे एसपीकी एक न सुनी
चिरैयाकोट ;मऊद्ध। घटना के दूसरे दिन बुध्वार को दिन लगभग 11 बजे पीड़ित पक्षकारों से वार्ता करने पुनः पुलिस अध्ीक्षक सुशील कुमार घुले उनके घर पहुंचे और आरोपी के विरु( कठोर कार्यवाही करने की बात कहे। परंतु पहले से ही वहां मौजूद घटना और पुलिसिया कार्यवाही से क्षुब्ध् आक्रोशित ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया और आरोपी राहुल के एनकाउंटर की जोर-शोर से मांग करने लगे। ग्रामीणों का कहना था कि यदि कोई दलित रहा होता तो पुलिस अब तक उसका एनकाउंटर कर दी होती। लेकिन राजपूत होने के कारण पुलिस उसे बचा रही है और वह पिछले सवा साल से बेखौपफ घूम रहा है। पुलिस अब तक गिरफ्रतार नहीं कर पाई। पुलिस अध्ीक्षक मृतक के चाचा से अकेले में कुछ वार्ता करना चाहे। लेकिन उन्होंने और ग्रामीणों ने इंकार कर दिया। उनका कहना था कि जो कुछ कहना हो यहीं सबके सामने कहिए और उन्होंने पुलिस अध्ीक्षक की एक न सुनी। जिसके बाद पुलिस अध्ीक्षक मायूस होकर बैरंग वापस लौट गए।
पिताकी तहरीरपर राहुल नामजद
चिरैयाकोट ;मऊद्। मृतक अरविंद कुमार राव के पिता जीऊत की नामजद तहरीर पर पुलिस ने आरोपी राहुल सिंह के विरु( संबंध्ति धराओं में मुकदमा पंजीकृत किया।
असलपुर जा रहे करणी सेनाके जिलाध्यक्ष गिरफ्रतार
मउफ। चिरैयाकोट थाना क्षेत्रा के असलपुर गांव में अरविन्द की हत्या के बाद दलितों द्वारा ठकुरहन में घुसकर पथराव करने,तोड़-पफोड़ और मारने-पीटने की घटना के विरोध् में करणी सेना भारत के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र सिंह को असलपुर जाते समय नगर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्रतार कर लिया।
परिजनोंने पुलिसिया काररवाईपर उठाया सवाल
चिरैयाकोट ;मऊद्ध। इस घटना के बाद मृतक के परिजनों ने पुलिसिया कार्यवाही पर कापफी गंभीर सवाल उठाया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 8 सितंबर सन 2019 को दिन दहाड़े असलपुर के ग्राम प्रधन मुन्ना राव बागी की गांव के प्राथमिक विद्यालय पर पोखरी की नीलामी के लिए बुलाई गई बैठक के दौरान सामान्य वर्ग के आरोपियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसमें ग्राम असलपुर के राहुल सिंह पुत्रा मृगेंद्र सिंह,जयनरायन सिंह पुत्रा शालिक सिंह, सुरेश सिंह पुत्रा हरिद्वार सिंह,अमित सिंह पुत्रा शिवप्रकाश सिंह, गौरव सिंह पुत्रा ओंकार सिंह तथा रवि सिंह पुत्रा रमेश सिंह पर हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। उपरोक्त मुल्जिमानों में राहुल सिंह को छोड़कर शेष पांच अभियुक्त अदालत से जमानत पर रिहा हो गए हैं। जबकि मुख्य आरोपी राहुल सिंह पुलिस की गिरफ्रत से अभी तक दूर है। हालांकि पुलिस द्वारा उसके विरु( कुर्की तक की कार्यवाही की जा चुकी है। उसके बावजूद परिजनों का कहना है कि पफरार आरोपी राहुल सिंह द्वारा मुन्ना राव बागी हत्याकांड के गवाहों को लगातार ध्मकी दी जा रही थी। जिसकी परिणति अरविंद की हत्या के रूप में हुई। वहीं उपरोक्त सभी मुल्जिमानों के विरु( पुलिस द्वारा गैंगस्टर की भी कार्यवाही की गई है। परंतु उनमें से केवल जयनरायन सिंह,सुरेश सिंह तथा रवि सिंह ने अपनी जमानत कराया है। जबकि राहुल सिंह सहित अमित सिंह तथा गौरव सिंह बिना जमानत कराये घूम रहे हैं और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। जिसको लेकर परिजन पुलिस पर आरोपियों से मिलीभगत और उन्हें संरक्षण देने का आरोप लगा रहे हैं।
राहुलकी गिरफ्रतारीके लिए लगाता रहा गुहार
चिरैयाकोट ;मऊ। स्थानीय थाना क्षेत्रा ग्राम असलपुर में 8 सितंबर सन 2019 को प्रधन हत्याकांड में मारे गए ग्राम प्रधन मुन्ना राव बागी के बेटे अमरदीप का कहना है कि वह घटना के बाद से आरोपी राहुल सिंह की गिरफ्रतारी के लिए थानाध्यक्ष, पुलिस अध्ीक्षक, जिलाध्किारी, मुख्यमंत्राी, प्रधनमंत्राी तथा अनुसूचित जाति आयोग को कई बार प्रार्थना पत्रा दे चुका है। परंतु उसके बाद भी कुख्यात अपराध्ी राहुल सिंह पुलिस की गिरफ्रत में नहीं आया और खुलेआम बेखौपफ घूम रहा है। घटना के दिन मंगलवार को भी अमरदीप पुलिस अध्ीक्षक से इस संबंध् में मिलने का प्रयास दो बार 11 बजे और 1 बजे किया। लेकिन पुलिस अध्ीक्षक से मुलाकात नहीं हो सकी और उसी दिन रात को अरविंद की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिससे पूरा गांव दहशत में है।
घटनाके बाद तीन जिलों की तैनात रही पुलिस
चिरैयाकोट ;मऊ। अरविंद हत्याकांड के बाद ग्राम असलपुर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। दलित और राजपूतों के बीच बढ़े तनाव को देखते हुए घटना के बाद से ही जिला प्रशासन पैनी नजर बनाए हुए था और मौके पर जनपद मऊ के साथ ही आजमगढ़ तथा गाजीपुर की भी पुलिस आला अध्किारियों के साथ रात से ही शव के अंतिम संस्कार हेतु जाने तक डटी रही। इस बीच उच्चाध्किारी आते-जाते रहे और अपने मातहतों आवश्यक दिशा-निर्देश देते रहे। मृतक अरविंद का शव अंतिम संस्कार हेतु गाजीपुर ले जाने के पश्चात पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस लिया। इस दौरान उपजिलाध्किारी मुहम्मदाबाद गोहना रामभवन तिवारी,क्षेत्राध्किारी नंदलाल, सी ओ मध्ुबन,सी ओ घोसी ध्नंजय मिश्र,एस पी आर ओ आजमगढ़ सि(ार्थ, थानाध्यक्ष जहानागंज संदीप यादव, थानाध्यक्ष चिरैयाकोट रूपेश कुमार सिंह, थानाध्यक्ष रानीपुर कुमुदशेखर सिंह, प्रभारी निरीक्षक मरदह बलवान सिंह आदि पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पीएसी तैनात रही।
गरीब बापके सामने उठी बड़े बेटेकी अर्थी
चिरैयाकोट ;मऊ। मृतक अरविंद अपने पिता जीऊत का सबसे बड़ा बेटा था। जीऊत का माली हालत कापफी खराब है। वह मजदूरी करके किसी तरह से परिवार का भरण-पोषण करते हैं। जिऊत की पत्नी की भी मृत्यु हो चुकी है। वह चार बेटियों और दो बेटों के पिता हैं। तीन बेटियों किरन,अर्चना और नीलम की शादी हो चुकी है। जबकि एक पुत्राी आरती अभी अविवाहित है। वहीं सबसे छोटे पुत्रा आलोक की उम्र लगभग 15 वर्ष है। अरविंद के जाने से पिता के सपनों का संसार बिखर गया। साथ ही जिम्मेदारियों का बोझ भी बढ़ गया।