पटना

मदर्स डे: तू कितनी अच्छी है, तू कितनी भोली है…


पटना (आससे)। राजधानी में रविवार को मदर्स डे पर लोगों ने अपनी-अपनी मां को श्रद्धापूर्वक याद किया। कई लोगों ने घरों में अपनी मां के साथ समय बिताया,तो कई ने दूर रहने की वजह से वीडियो कॉल कर उनसे बात की और उनका आशीर्वाद लिया। वहीं कुछ ने इस मौके को यादगार बनाने के लिए अपनी मां के साथ गुजारे बचपन के दिनों को याद कर उन्हें अपनी और मां के साथ की फोटो को गिफ्ट के रूप में भी दिया। इस दिन हर व्यक्ति अपनी मां के साथ गुजारे बचपन के दिनों को याद किया, तो प्राय: सभी की आंखें भर आयीं।

वास्तव में मां तो मां होती है। वह किसी गिफ्ट की नहीं, बल्कि प्रेम की भूखी होती है। उसे अपनी संतानों से प्रेम-आदर मिलता रहे, तो वह सारी विपत्तियों को भूल जाती हैं। कहा भी जाता है कि मां के पैरों के नीचे जन्नत होती है। मां के बिना घर सूना-सूना लगता है। उसके होने मात्र से घर स्वर्ग-सा लगता है। प्रेम के लिए कोई दिन नहीं होता, मगर किसी खास दिन मां के लिए प्यार, आदर को व्यक्त करने से रिश्ते मजबूत होते है। मां के लिए बच्चे बहुत अनमोल होते हैं फिर चाहे बच्चे छोटे हों या बड़ें, पर उनके लिए छोटे ही रहते हैं।

हमें कदम-कदम पर मां के प्यार की जरूरत पड़ती है। कहते हैं कि प्यार ऐसी चीज है, जिसे सिर्फ महसूस किया जा सकता है, इसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। लेकिन, कभी-कभी अपनी भावना को व्यक्त करना सही रहता है। इससे आपका रिश्ता मजबूत होता है और मां और बच्चों को करीब लाता है। मां और बच्चे के बीच सबसे प्यारा पल जीवन का बचपन का ही होता है। आपके साथ बचपन के बिताये हुए पल मां के दिल के बहुत करीब होते हैं।