Post Views: 611 श्रीश्री रवि शंकर हम सभीने इस धरतीपर कुछ नया और अनोखा कार्य करनेके लिए जन्म लिया है। इस अवसरको किसी भी हालमें भी न गवायें। स्वयंको कुछ बड़ा सोचने और सपने देखनेकी आजादी आपको देनी ही चाहिए। जो चीज आपको प्रिय है, वह सपने जिन्हें आप पूरा करना चाहते हैं। उनके लिए […]
Post Views: 494 ए. कुमार चार राज्य और एक केंद्रशासित प्रदेशके चुनाव परिणामोंका विश्लेषण बता रहीं थी की केरल हर पांच वर्षपर सत्ता बदलनेकी परम्पराको इस बार तोड़ेगा। तमिलनाडुमें न अन्नाद्रमुक सरकारके विरुद्ध व्यापक माहौल था और न द्रविड़के पक्षमें। बावजूद द्रमुकका पलड़ा भारी था। २०१६ में जयललिताके नेतृत्वके प्रभावमें तमिलनाडुने सत्तापरिवर्तनकी परम्पराको तोड़ा था। […]
Post Views: 734 ब्रिगे. कुलदीप सिंह काहलों हथियारबंद सेनाओंका ढांचा, आधुनिकीकरण, सैन्य तैयारी, बहुपक्षीय विकास, वेतन-भत्ते, पेंशन आदि जैसे खर्चोंका दारोमदार जहां रक्षा बजटपर निर्भर करता है वहीं सरकारकी दूरदर्शितावाली राष्ट्रीय सुरक्षा नीतिके साथ शासकों द्वारा सैन्य वर्गके कल्याण हेतु स्पष्ट नीतिपर साफ नीयतका होना भी जरूरी है। इस संबंधमें सेनाके बीते सालकी विशेषताओं तथा […]