Post Views: 559 प्रो बिभा त्रिपाठी अप्रैल २०१८ में सर्वोच्च न्यायालयकी न्यायाधीश नियुक्त होने वाली ऐसी पहली महिला जिन्हें बेंचमें आनेका मौका मिला उन्होंने अपने विदाई समारोहमें लैंगिक विविधता की बात करते हुए इसे समाजके लिए लाभकारी बताया। आपने कहा कि जब न्यायपालिका में पर्याप्त संख्यामें महिलाएं होंगी तब पुरुष एवं महिला जजोंके बीच भेद […]
Post Views: 809 ओशो वनके हर क्षेत्रमें सत्यके सामने ठहरना मुश्किल है और झूठके सामने झुकना सरल। ऐसी उलटबांसी क्यों है। उलटबांसी जरा भी नहीं है, सिर्फ विचारमें जरा-सी चूक हो गयी है, इसलिए ऐसा दिख रहा है। चूक बहुत छोटी है, शायद एकदमसे दिखाई न पड़े। सत्यके सामने झुकना पड़ता है, झूठके सामने झुकना […]
Post Views: 803 डा. जयंतीलाल भंडारी वर्ष २०२१-२२ का बजट आर्थिक उम्मीदोंभरा दिख रहा है। वित्तमंत्री निर्मला सीतीरमणने विभिन्न वर्गों और विभिन्न सेक्टरोंके लिए भारी भरकम बजट आवंटित करते हुए राजकोषीय घाटेको जीडीपीके ६८ फीसदीतक विस्तारित करनेमें संकोच नहीं किया है। गौरतलब है कि यह बजट आजादीके बाद अर्थव्यवस्थाके सबसे अधिक ७.७ फीसदीकी विकास दरमें […]