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शब्दोंका सौन्दर्य
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 332 श्रीश्री रविशंकर जब हम शब्दोंकी शुद्धताको अनुभव करते हैं तो हम जीवनकी गहराईको अनुभव करते हैं और जीवन जीना आरंभ कर देते हैं। हम सुबहसे राततक शब्दोंको ही जीते हैं। हम इनके पीछेके उद्देश्योंको खोजनेमें सारे उद्देश्य भूल जाते हैं। यह इतना गंभीर हो जाता है कि नींद ही खो बैठते हैं। […]
भारतमें भोजन एक जरूरत नहीं
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 268 डा. अम्बुज इस प्रकार जलवायुका असर पेड़-पौधों और फसलपर होता है। वैसे ही परिवेशका असर आदमीपर होता है, आदमी अपने परिवेशके अनुसार जीता है। आजके दौरका परिवेश वर्तमान पीढ़ी एवं आनेवाली पीढ़ीके जीवनको तय करता है। आज जब हर तरफ महंगी, बाजारवाद एवं मुनाफाखोरीका हाहाकार मचा है, आदिम युगके समान आधुनिक भारतमें […]
आत्मनिर्भरताकी ओर
Posted on Author ARUN MALVIYA
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