‘कोई बातचीत को वायरल करता है तो यह अपराध’
बनर्जी ने कहा, ‘अगर कोई बातचीत को वायरल करता है तो यह एक अपराध है. मेरी बातचीत को वायरल करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, न कि मेरे खिलाफ.’ उन्होंने कहा कि वह भविष्य में भी इसी तरह से लोगों को फोन करती रहेंगी. उन्होंने याद किया कि अतीत में वह पार्टी आधार पर भेदभाव किये बिना लोगों और यहां तक कि विपक्षी विधायकों से भी संपर्क कर चुकी हैं जिन्होंने उनकी मदद मांगी थी. उन्होंने कहा कि कभी-कभी वह उन्हें वापस कॉल करके संपर्क करती थीं ताकि क्या कार्रवाई हुई यह पता कर सकें और उन्होंने इसकी परवाह नहीं की कि वह वायरल हो जाएगा. उन्होंने कहा कि इस तरह की बातचीत को वायरल करने से विश्वास टूटता है.पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण में शनिवार को 30 सीटों के लिए हुए मतदान के बीच भाजपा ने एक ऑडियो क्लिप जारी किया जिसमें कथित रूप से बनर्जी नंदीग्राम से एक भाजपा नेता को फिर से तृणमूल में शामिल होने और उन्हें जीतने में मदद करने के लिए मनाती सुनाई दे रही हैं. इस ऑडियो क्लिप से राज्य में नया विवाद खड़ा हो गया था. आडियो क्लिप में बनर्जी पाल से कहती सुनी गई थीं, ‘आपको नंदीग्राम में जीत दर्ज करने में हमारी मदद करनी चाहिए. देखिए, मैं जानती हूं कि आपको कुछ शिकायतें हैं, लेकिन इनमें से अधिकतर शिकायतें अधिकारी परिवार के कारण हैं, जिसने मुझे कभी नंदीग्राम नहीं आने दिया. मैं आगे से हर बात का खयाल रखूंगी.’ शुभेंदु अधिकारी परिवार का जिले में काफी प्रभाव है.
ममता से पॉल ने क्या कहा?
ऑडियो क्लिप में पाल कथित रूप से कह रहे हैं, ‘दीदी, आपने मुझे फोन किया, जो कि मेरे लिए सम्मान की बात है, लेकिन मैं अधिकारी परिवार को धोखा नहीं दे सकता, क्योंकि उसने हर मुश्किल समय में मेरा साथ दिया है.’ उन्होंने बाद में टीवी समाचार चैनलों से कहा था कि बनर्जी ने उन्हें फोन किया था और उनसे टीएमसी में लौटने का अनुरोध किया था, लेकिन उन्होंने प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया. पाल ने कहा, ‘मैं अब भाजपा के लिए काम कर रहा हूं और उनके साथ विश्वासघात नहीं कर सकता.’