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महंगाई ने बिगाड़ दिया रसोई का बजट, अब जुबान से दूर हुई आइसक्रीम भी,


नई दिल्ली, । महंगाई की मार जब निम्न व मध्यमवर्ग पर पड़ती है तो सबसे पहले वह विलासिता और मौज-मस्ती से किनारा करता है। इसका सीधा असर, टूर, ट्रैवेल, रेस्तरां, फिल्म, ज्वेलरी, श्रृंगार व परिधानों के बाजार पर पड़ता है। महंगाई बढ़ने का असर दिखने लगा है। रेस्तरां में जहां खाने-पीने वालों की कमी देखी जाने लगी है।

वहीं, आइसक्रीम भी लोगों की जुबान से दूर होने लगी है। यह रेस्तरां संचालकों के साथ आइसक्रीम विक्रेताओं और निर्माताओं पर दोहरी मार की तरह है, क्योंकि ग्राहक कम होने के साथ महंगा सामान खरीदना पड़ रहा है। रेस्तरां व आइसक्रीम पार्लर पर ग्राहकों की कमी जहां 15 से 20 प्रतिशत है। वहीं, महंगाई की मार 10 से 30 प्रतिशत तक है। चाकलेट व केक समेत अन्य उत्पादों का भी हाल यही है।

 

रेस्तरां (बढ़े सामानों के दाम)

– 2021- पांच से 10 प्रतिशत

– 2022- 10 से 30 प्रतिशत आइसक्रीम (बढ़े सामानों के दाम)

– 2021-10 से 15 प्रतिशत

– 2022-10 से 20 प्रतिशत

 

 

हर्ष सिसोदिया (प्रबंधक, उडूपी रेस्तरां, आइटीओ) का कहना है कि रेस्तरां में सब्जी, रसोई गैस, खाद्य तेल, किराना का सामान, मसाले समेत अन्य उत्पाद लगते हैं, जिनके दाम में 30 प्रतिशत की तेजी है। मांसाहारी रेस्तरां में मांस का भी उपयोग होता है। वह भी महंगे हो गए हैं। इसके चलते व्यंजनों के दाम में कुछ बढ़ोतरी करनी पड़ी है। हालांकि, यह बढ़ोतरी इतनी नहीं है जो महंगाई के बराबर की हो। क्योंकि, इससे ग्राहक भी दो-चार है। नवरात्र के बाद से ग्राहकों का आना काफी घटा है। यह 30 से 40 प्रतिशत तक है।