लंदन, : लंदन में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों की लाइन छोटी होने का नाम नहीं ले रही। बीते 50 घंटों में दसियों हजार लोग वेस्ट¨मस्टर हाल पहुंचकर महारानी को श्रद्धांजलि दे चुके हैं, फिर भी लाखों लोग चार मील लंबी लाइन में हैं। प्रशासन को लाइन में लगने के इच्छुक लोगों को रोकना पड़ रहा है। संसद भवन परिसर में लोगों की ज्यादा भीड़ हो जाने के कारण वेस्टमिस्टर हाल में श्रद्धांजलि कार्यक्रम थोड़ी देर के लिए रोका गया, लेकिन बाद में पुन: चालू हो गया।
19 सितंबर को सुबह साढ़े छह बजे तक आमजन महारानी को श्रद्धांजलि दे सकते हैं। टेम्स नदी के दक्षिणी किनारे पर लगी गमगीन लोगों की लाइन धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है। इस लाइन में हर उम्र के लोग हैं-बुजुर्ग भी अपनी शारीरिक कठिनाइयों को भूल महारानी के पार्थिव शरीर के नजदीक पहुंच उन्हें अंतिम अभिवादन करना चाह रहे हैं। ये सभी लोग चुप हैं-जरूरी शब्द भी हिचकते हुए बोल रहे हैं-इनके मस्तिष्क में महारानी की यादें हैं..बस यादें.उनसे वे जुदा नहीं होना चाहते। ज्यादा लंबी होती लाइन के मद्देनजर छह घंटे के लिए लोगों को रोका गया। ब्रिटेन के संस्कृति मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि वे लाइन में प्रवेश के लिए अनावश्यक प्रयास न करें। मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि लाइन में 12 घंटे तक खड़े रहना पड़ सकता है। इससे कमजोर लोगों की तबीयत बिगड़ सकती है।
अनुमान है कि 19 की सुबह तक अधिकतम साढ़े सात लाख लोग ही महारानी को श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं। शुक्रवार को ¨कग चार्ल्स बहन ¨प्रसेस एन और भाइयों- ¨प्रस एंड्रयू और एडवर्ड के साथ कुछ देर के लिए मां एलिजाबेथ के ताबूत के निकट आए..भाई-बहन चुपचाप वहां खड़े रहे और उसके बाद लौट गए। इससे पहले किंग चार्ल्स ने वेल्स का दौरा किया। वहां पर उनकी मौजूदगी में उनके यूनाइटेड ¨कगडम का सम्राट बनने की घोषणा की गई। इसके बाद उन्हें गार्ड आफ आनर दिया गया।