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Bihar : बेगूसराय गोलीकांड में शामिल चार अपराधी अरेस्ट, ऐसे अपराधियों तक पहुंची पुलिस


पटना । बेगूसराय में बछवाड़ा से बरौनी तक 11 लोगों को गोली मारने वाली घटना क्षेत्र में दहशत फैलाने के लिए की गई थी। घटना के 72 घंटे के अंदर पुलिस ने मामले का उद्भेदन करते हुए गोलीकांड में शामिल चार मुख्य अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का दावा है कि प्रथमदृष्टया यही चारों अपराधी गोली चलाने और घटना के षड्यंत्र में शामिल हैं।

गिरफ्तार अपराधियों में बेगूसराय के बरौनी थाना अंतर्गत बिहट का चुनचुन कुमार उर्फ सत्यजीत, बरौनी थाना अंतर्गत पीपरा वार्ड संख्या चार का सुमित कुमार, बरौनी थाना अंतर्गत बिहट खैमकरणपुर का केशव कुमार उर्फ नगवा और बेगूसराय के रिफाइनरी ओपी के जैमरा का युवाराज सिंह उर्फ सोनू शामिल है। इनके पास से पुलिस ने दो देसी पिस्तौल, पांच कारतूस, घटना में शामिल मोटरसाइकिल बरामद की गई है। अपराधियों के घर पर पुलिस ने छापेमारी भी की। सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा पीला और नारंगी शर्ट, दो अन्य निजी बाइक और चार मोबाइल फोन जब्त किया गया है।

रिमांड पर लेकर होगी पूछताछ, जल्द चार्जशीट पर जोर 

पुलिस मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान गोली चलाने वाले का नाम पूछे जाने पर एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि यह अभी अनुसंधान का विषय है। कई चीजें सत्यापन के बिंदु पर लंबित हैं। यह तय है कि चारों अपराधी गोली चलाने और षड्यंत्र रचने में शामिल हैं। बेगूसराय डीआइजी व एसपी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। अपराधियों को भी रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। घटनास्थल से साक्ष्य जमा किए गए हैं, जिसकी एफएसएल जांच कराई जाएगी। अपराधियों को जल्द चार्जशीट पेश कर सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा।

22 जगहों का खंगाला सीसीटीवी फुटेज, ऐसे अपराधियों तक पहुंची पुलिस 

एडीजी गंगवार के अनुसार, अपराधियों को गुप्त सूचना, तकनीकी जांच और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पकड़ा गया है। घटना के बाद से ही सभी जिलों को अलर्ट करते हुए सघन चेकिंग और सूचना संकलन में लगा दिया गया था। सीसीटीवी फुटेज के लिए अलग टीम थी, जिसने करीब 22 जगहों के फुटेज के आधार पर तस्वीर निकालकर पहचान की। बेगूसराय में चार विशेष टीमों का गठन किया गया था, जो अपराधियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही थी। आसपास के जिलों के थानों को भी सीसीटीवी फुटेज और तस्वीर भेजी गई। पुलिस ने सूचना और तकनीकी जांच के आधार पर कुछ अपराधियों को हिरासत में लिया। इसके बाद उनके सीडीआर, मोबाइल लोकेशन, वाट्सएप चैट आदि की जांच हुई, जिससे अपराधियों तक पहुंचने में सफलता मिली। एडीजी ने कहा कि प्रारंभिक तौर पर मामले का उद्भेदन कर लिया गया है।

पुलिस को मिला सीआइडी, एटीएस, ईओयू का सहयोग 

बेगूसराय मामले में पुलिस ने आठ कांड दर्ज किए हैं। इसमें बछवाड़ा, तेघड़ा, फुलवडि़या और बरौनी में दो-दो कांड दर्ज किए गए हैं। पुलिस मुख्यालय स्तर से मामले की जांच के लिए पुलिस के तेजतर्रार अफसरों की टीम बनाई गई थी। पटना, बेगूसराय, समस्तीपुर, नालंदा, खगडि़या और लखीसराय के बीच को-आर्डिनेशन टीम बनाई गई थी। पुलिस की मदद के लिए एसटीएफ, सीआइडी, एफएसएल, विशेष शाखा, आर्थिक अपराध इकाई, एटीएस जैसी पुलिस इकाइयों की भी मदद ली गई।

गिरफ्तार अभियुक्तों का लंबा आपराधिक इतिहास 

बेगूसराय गोलीकांड में पकड़े गए अभियुक्तों का लंबा आपराधिक इतिहास सामने आया है। चुनचुन उर्फ सत्यजीत पर बरौनी के एफसीआइ थाना और तेघड़ा थाने में हत्या, आर्म्स एक्ट समेत कई गंभीर धाराओं में आधा दर्जन प्राथमिकी दर्ज है। सुमित पर भी बरौनी जबकि केशव पर बरौनी एफसीआइ थाने में आर्म्स एक्ट आदि में प्राथमिकी दर्ज है।