लगातार बढ़ते कोरोना की वजह से महाराष्ट्र में सख्त पाबंदियों के साथ एक तरह का लॉकडाउन यानी जनता कर्फ्यू बुधवार से लागू कर दिया गया है. यह कर्फ्यू पिछले साल लगे लॉकडाउन की तरह सख्त नहीं होगा और इस दौरान पुलिस को जनता के साथ नरमी बरतने को कहा गया है. खुद महाराष्ट्र के महानिदेशक ने भी कहा कि लोगों को ई-पास के लिए परेशान न किया जाए.
महाराष्ट्र के डीजीपी संजय पांडे ने कहा कि पिछले लॉकडाउन की तुलना में इस बार लोगों को यात्रा करने के लिए ई-पास हासिल करने की जरुरत नहीं है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वे लोग जो वास्तव में आपातकालीन उद्देश्यों के लिए निकल रहे हैं, पुलिसिया कार्रवाई के डर के बिना आगे बढ़ सकते हैं.
छूट का दुरुपयोग न होः DGP
राज्य के शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिसकर्मियों को सलाह दी गई है कि वे ऐसे लोगों को परेशान न करें या रोकें जो आपातकालीन जरुरतों के लिए बाहर निकले हैं. हालांकि, उनकी ओर से यह भी कहा गया है कि लोगों को इस छूट का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए.
डीजीपी संजय पांडे ने कहा कि पिछले साल ई-पास प्रणाली थी. इस साल, हमारी सिफारिश के साथ पास सिस्टम को हटा दिया गया है. यदि कोई इमरजेंसी है, तो आप बाहर निकल सकते या यात्रा कर सकते हैं. पुलिस आपको परेशान नहीं करेगी, लेकिन ध्यान रहे कि अत्यंत आवश्यक होने पर ही घर से निकलें.
उन्होंने कहा कि किराने की दुकानों सहित सभी जुरुरी आवश्यक सेवाएं खुली रहेंगी, लोग घबराएं नहीं. मैंने पुलिस से कहा है कि वे बल का उपयोग न करें और लोगों से अनावश्यक रूप से शुल्क न लें. हालांकि, अगर कोई नियमों का पालन नहीं करता है और कानून तथा अव्यवस्था की स्थिति बनाता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि हम महाराष्ट्र के लोगों से अपील करते हैं, कृपया अपना ख्याल रखें. मास्क पहनें, अपने हाथों को लगातार धोते रहें. पुलिस फोर्स आपके साथ है और यदि आप सभी नियमों और कानूनों का पालन करने में हमारी मदद करते हैं, तो हम इस कोरोना वायरस से लड़ सकेंगे.