- मुंबई, 2 जून: कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों में महाराष्ट्र नंबर वन पर था लेकिन अब हालात तो सुधरे हैं लेकिन गांवों में कोरोना की एंट्री हो चुकी है। ऐसे में महाराष्ट्र सरकार ने गांवों को कोरोना मुक्त बनाने के लिए एक अनोखी प्रतियोगिता का ऐलान किया है। गांवों को कोरोना से मुक्त बनाने के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए बुधवार को ”कोरोना मुक्त गांव” प्रतियोगिता की घोषणा की। इसमें विजयी गांव पंचायतों को इनाम दिया जाएगा। जिसमें पहला पुरस्कार 50 लाख रुपये दिए जाएंगे, दूसरे विजेता को 25 लाख और तीसरे विजेता को 15 लाख रुपये दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जिन गांवों ने कोरोना के प्रसार को रोकने में पहल की उनकी प्रसंशा की और”मेरा गांव कोरोना मुक्त” पहल की घोषणा की। वहीं सीएम उद्धव ठाकरे ने रविवार को एक वर्चुअल संबोधन में महाराष्ट्र के सबसे युवा सरपंच ऋतुराज देशमुख जिनकी उम्र महज 21 वर्ष है, उनके कार्यबल की सोलापुर जिले में अपने घाटणे गांव को कोरोना वायरस से मुक्त रखने की जमकर प्रसंशा की थी।
बता दें राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुशरिफ ने एक बयान में कहा कि ”कोरोना मुक्त गांव” प्रतियोगिता मुख्यमंत्री द्वारा घोषित की गई इसी पहल का हिस्सा है। अच्छे काम करने वाली तीन गांव पंचायतों को इनाम दिए जाएंगे। जिसके अंतर्गत राजस्व मंडल में कोविड-19 से निपटने के लिए अच्छे काम करने वाली तीन गांव पंचायतों को पुरस्कृत करते हुए इनाम दिया जाएगा।
उन्होंने बताया पहला पुरस्कार 50 लाख रुपये दिए जाएंगे, दूसरे विजेता को 25 लाख और तीसरे विजेता को 15 लाख रुपये दिए जाएंगे। इसके साथ ही राज्य में छह राजस्व मंडल है इसलिए कुल 18 पुरस्कार होंगे. इनाम की कुल राशि 5.4 करोड़ रुपये हैं। मंत्री ने बताया कि प्रतियोगिता जीतने वाले गांवों को प्रोत्साहन के तौर पर इनामी राशि जितनी ही अतिरिक्त धनराशि दी जाएगी और इसका इस्तेमाल इन गांवों में विकास कार्यों के लिए किया जाएगा। इसके लिए गांवों को 22 मानदंडों पर परखा जाएगा। इसके निर्णय के लिए समिति गठित की जाएगी।