पटना (आससे)। मुंगेर-भागलपुर के बीच ५७ किलोमीटर फोर लेन सडक़ बनेगी। इस सडक़ की निविदा निष्पादन का काम अंतिम चरण में है। यह जानकारी पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय ने दी। उन्होंने बताया कि गंगा नदी के दक्षिण में बक्सर से भागलपुर के रास्ते झारखंड की सीमा तक फोर लेन सडक़ बनेगी।
उन्होंने बताया कि ९१८.३८ करोड़ की लागत से प्रथम पैकेज में मुंगेर से खरिया गांव के जंक्शन तक २५ किलोमीटर में फोर लेन पथ का निर्माण कराया जायेगा। न्यूनतम निविदाकार के पक्ष में निविदा के विस्तार की काररवाई की जा रही है। वहीं पैकेज तीन के तहत भागलपुर बाईपास की शुरूआत से रसूलपुर तक ३२ किलोमीटर लंबी सडक़ बनेगी। इसके निर्माण पर ९५०.८९ करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके लिए निविदा निस्तार की काररवाई की जा रही है।
सडक़ निर्माण का कार्य दो वर्ष में पूरा होगा। सडक़ निर्माण के बाद अगले १५ वर्षों तक अनुरक्षण का काम संवेदक ही करेंगे। हालांकि पैकेज दो और चार की काररवाई बाद में होगी। नेशनल हाई-वे ऑथोरिटी ने राज्य सरकार से अनुरोध पर एनएच.८० के नये हरित क्षेत्र मार्ग रेखांकन पर फोन लेन सडक़ निर्माण के लिए चार पैकेज में निविदा आमंत्रित की थी।
पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि पूर्वी बिहार और झारखंड के संथाल परगना इलाके लिए अति महत्वपूर्ण इस परियोजना के संबंध में सीएम नीतीश कुमार का प्रयास है कि गंगा नदी के दक्षिण बक्सर से पटना-मोकामा-मुंगेर-भागलपुर के रास्ते झारखंड सीमा तक फोर लेन सडक़ बने। इस लक्ष्य को हासिल करने में अब मात्र मोकामा-मुंगेर सेक्शन का काम शेष रह गया है।
सीएम के आग्रह पर केन्द्र सरकार ने इसके लिए भी विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन बनाना शुरू कर दिया है। एनएचएआई द्वारा स्टेट गर्वमेंट के रिक्वेस्ट पर एनएच.८० के वर्तमान मार्ग रेखांकन पर ९८० करोड़ की लागत से टू-लेन पेभड सोल्डर सडक़ निर्माण को पूर्व में ही सैद्धांतिक स्वीकृति दी जा चुकी है।
इसके बाद पथ निर्माण विभाग द्वारा विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन तैयार कर सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को समर्पित कर दिया गया है। फिलहाल निर्माण पूर्व गतिविधियां शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा कि एनएचएआई के निर्माण में स्टेट गवर्मेंट पूरी मदद करेगी।