(निज प्रतिनिधि)
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के द्वारा बिहार के नागरिकों को 11 फरवरी को मुंगेर सडक़ सह रेल पुल समर्पित किया जायेगा। इसकी जानकारी पथ निर्माण मंत्री बिहार नितिन नवीन के द्वारा दी गई।
इस पुल के निर्माण का निर्णय उस समय लिया गया जब उस कालखण्ड में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, भारत सरकार में रेल मंत्री थे और इस पुल का शिलान्याश तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेयी के द्वारा 2003 में किया गया था। यह पुल मुंगेर और बेगुसराय को जोड्नेवाली है तथा इसका निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है, जिसे शीघ्र हीं आवागमन के लिए जनता को समर्पित किया जाएगा।
पुल का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा था तभी टोपो लैंड के मुआवजा की राशि के भुगतान के कारण यह परियोजना धीमी हो गई। राज्य सरकार द्वारा अक्टुबर, 2021 में विशेष पैकेज के द्वारा मुआवजे की कुल राशि 57 करोड़ की राशि भुगतान की स्वीकृति प्राप्त होते हीं इस रेल सह सड्क पुल के निर्माण की जारी बाधायें दूर हो गई। इस पुल के एप्रोच बनाने के लिये 57 करोड़ रूपये राज्य सरकार द्वारा प्रदान की गई।
श्री नवीन ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा निर्माण में टोपो लैंड के मुआवजे की राशि के भुगतान के निर्णय के बाद जमीन अधिग्रहण का कार्य पूर्ण कर लिया गया तथा शेष बचे कार्य को निश्चित समय में पूरा किया गया। नवीन ने बताया कि अब मुंगेर से बेगुसराय जाना आसान होगा तथा यह एनएच-31 से मिलेगी।
वर्तमान में राजेन्द्र सेतु को भारी वाहनों के लिये बंद किया गया है, जिसके कारण वाहनों को मुंगेर से बेगुसराय जाने के लिए भागलपुर से नवगछिया होते हुए जाना पड़ रहा था। इस पुल से आवागमन चालु होने से विक्रमशीला सेतु पर दबाव कम होगा। जो अभी अत्यधिक वाहनों के परिचालन के दबाव से जुझ रहा है। इन सब के अतिरिक्त बेगुसराय से देवघर तक की सीधी सम्पर्कता भी स्थापित हो जायेगी।