राष्ट्रीय

मुंबई में फ्लैट किराए पर लेते समय आफताब के बारे में पिता ने नहीं दी थी ज्यादा जानकारी


श्रद्धा वालकर हत्याकांड में नित नए खुलासे हो रहे हैं। अब महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के एक रियल एस्टेट ब्रोकर ने सोमवार को दावा किया है कि श्रद्धा हत्याकांड के आरोपित आफताब पूनावाला के पिता अमीन पूनावाला ने पिछले महीने मीरा रोड इलाके में एक इमारत में किराए पर फ्लैट लेते समय आफताब के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी थी। रियल एस्टेट ब्रोकर ने अमीन पूनावाला को डेल्टा गार्डन कांप्लेक्स में एक फ्लैट खोजने में मदद की थी। उसके मुताबिक, अमीन पूनावाला वन बीएचके फ्लैट चाहता था, लेकिन बाद में उसने किराए पर टू बीएचके फ्लैट लिया लिया था। अमीन पूनावाला ने अंधेरी स्थित फ्लैट के मालिक से कहा था कि उसके परिवार के तीन सदस्य, जिनमें वह, उनकी पत्नी मुनीरा और उनका बेटा अहद शामिल हैं। उसने फ्लैट मालिक को बताया था कि उसका दूसरा बेटा आफताब कहीं और रह रहा है। इसके अलावा, उसने आफताब के बारे में कुछ नहीं बताया था। पूनावाला परिवार मुंबई महानगर क्षेत्र के पालघर जिले के वसई में अपने फ्लैट को किराए पर देने के बाद अक्टूबर में नए स्थान पर स्थानांतरित हो गया था। पुलिस ने कहा कि उसका पता नहीं चल पाया है। मीरा रोड स्थित फ्लैट पर ताला लगा हुआ है। ब्रोकर ने कहा कि अमीन पूनावाला ने फ्लैट किराए पर लेते समय अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य विवरण स्थानीय पुलिस स्टेशन में जमा किया था। पुलिस सत्यापन के बाद उसे फ्लैट सौंप दिया गया था। अमीन पूनावाला ने मेरे ब्रोकरेज का आनलाइन भुगतान किया और किरायेदार पंजीकरण के बाद एक महीने का किराया दिया था। उसने (अमीन) एक बार मुझसे कहा था कि वह उपनगरीय मलाड में एक टाइल निर्माण कंपनी में काम करता है, जबकि उसके बेटे अहद को हाल ही में मुंबई में नौकरी मिली थी। वह अच्छे स्वभाव का लग रहा था। लेकिन बाद में हम आफताब के बारे में जानकर चौंक गए। ब्रोकर ने कहा कि उसने और डेल्टा गार्डन सोसाइटी के सदस्यों ने अमीन पूनावाला द्वारा स्थानीय पुलिस को सौंपे गए दस्तावेज मुहैया कराए हैं। सोसायटी के एक सदस्य ने कहा कि 28 वर्षीय आफताब करीब 20 दिन पहले वसई में अपने परिवार के सदस्यों को मुंबई शिफ्ट करने में मदद करने के लिए हाउसिंग सोसाइटी गया था। 12 नवंबर को दिल्ली पुलिस ने दक्षिण दिल्ली के महरौली इलाके में अपने फ्लैट में कथित रूप से श्रद्धा का गला घोंटने के आरोप में पुलिस ने आफताब को गिरफ्तार किया था। आफताब ने कथित तौर पर श्रद्धा के शरीर को कई टुकड़ों में काटकर फेंकने से पहले अपने निवास पर लगभग तीन सप्ताह तक फ्रिज में रखा था।