- मुंबई के भायखला चिड़ियाघर में पेंग्विन की देखभाल के लिए भारी खर्च को लेकर विवाद छिड़ गया है. कांग्रेस ने तीन साल के लिए 7 पेंग्विन की देखभाल के लिए 15 करोड़ रु के टेंडर निकालने के फैसले पर सवाल उठाए हैं.
बताया जा रहा है कि सितंबर 2018 में पेंग्विन की 3 साल तक देखभाल के लिए 11.5 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था. ये इस महीने खत्म हो रहा है. ऐसे में अब 15 करोड़ में नया टेंडर निकाला गया है. चिड़ियाघर प्रशासन के मुताबिक, खाद्य जैसी सुविधाओं की कीमतों में इजाफा के चलते टेंडर में 5-10% की वृद्धि हुई है.
अस्पतालों से ज्यादा पेंग्विन पर खर्च कर रही बीएमसी- कांग्रेस
बीएमसी में विपक्ष के नेता रवि राजा ने कहा, बीएमसी अस्पतालों से ज्यादा इसपर खर्च कर रही है. इतना हाई मेनटिनेंस उचित नहीं है. बीएमसी को रखरखाव की लागत की समीक्षा करनी चाहिए. 5 साल में बीएमसी को रखरखाव की क्षमता का विकास किया जाना था. पेंग्विन के रखरखाव की जरूरतों का बचाव करते हुए, मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा, पहले भी इस मुद्दे पर राजनीति होती रही है.
उन्होंने कहा, पेंग्विन मुंबई की एक विशिष्ट पहचान और चिड़ियाघर का मुख्य आकर्षण बन गए हैं. मेयर ने कहा, ये खर्चे निश्चित तापमान वाले बाड़े के रख रखाव से संबंधित होते हैं. उन्होंने कहा, महामारी के वक्त चिड़ियाघर बंद था. लेकिन जल्द ही लोग इन्हें देखकर आकर्षित होंगे. उन्होंने कहा, अगर टेंडर में कोई अनावश्यक वृद्धि हुई है, तो हम समीक्षा करेंगे, लेकिन रखरखाव की गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं होगा.