पटना

मुजफ्फरपुर: अगले दो दिनों में मिलेंगे जिले को छह मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र


2021 में 40 मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र का होना है निर्माण

मुजफ्फरपुर। जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों का पूर्ण रूप से शारीरिक और मानसिक विकास हो, इसके लिए जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल रूप दिया जा रहा है। पिछले वर्ष जहां 27 केंद्रों को मॉडल के रूप में रेनोवेट किया गया था। वहीं रविवार तक जिले को और छह मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र सौंपे जाएंगे। इन मॉडल आंगनबाड़ी केंद्रों को बनाने में तकनीकी सहयोग दे रही संस्था आगा खान ग्रामीण विकास संस्था के नेकराम ओझा ने कहा कि इस वर्ष 40 केंद्रों को मॉडल के रूप में परिवर्तित किया जाना है।

सेविका होंगी प्रशिक्षित:

नेकराम ओझा ने कहा कि पिछले वर्ष भी 13 पंचायत के 185 सेविकाओं को प्रशिक्षित किया गया था। वहीं इस वर्ष भी करीब तीन सौ सेविकाओं को प्रशिक्षण देना है। जिसके लिए आईसीडीएस डीपीओ चांदनी सिंह से बात भी हुई है।

सभी मॉडल बाला तकनीक पर होंगे आधारित।

क्या है बाला तकनीक:

बाला (बिल्डिंग ऐज लर्निंग एड) तकनीक पर आधारित होता है। बाला तकनीक से बनने वाले इन आंगनबाड़ी केंद्रों के भवनों में पेयजल से लेकर शौचालय तक की समुचित व्यवस्था है। यह आंगनबाड़ी केंद्र पूरी तरह से इको फ्रेंडली होगा। जो बच्चों को प्ले स्कूल का अहसास कराएगा। ये केंद्र छोटे बच्चों के समग्र विकास के लिए उनके शारीरिक, मानसिक व बौद्धिक विकास में सहायक होंगे। उनके स्वस्थ जीवन में स्कूल पूर्व शिक्षा और पोषाहार का भी आधार बनेगा।

आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र बनने के बाद, आंगनबाड़ी में बच्चों का ध्यान आकर्षित करने के लिए आंतरिक दीवारों पर विभिन्न गतिविधियों की पेंटिग, आंगनबाड़ी के नाम के आकर्षक डिस्प्ले बोर्ड सहित बाल गतिविधियों का संचालन किया जा सकेगा।  रनिंग ब्लैक, ग्रीन बोर्ड, चॉक बोर्ड कमरे के अंदर निचले हिस्से पर उपलब्ध होते हैं ताकि बच्चे इस पर आसानी से लिख सकें।

वहीं आंतरिक भाग को एक से दस नंबर के कटआउट, पेड़ों, फलों, सब्जियों, जानवर, पक्षियों आदि के चित्र पर गोल, त्रिकोणीय और चौकोर आकार और कुछ कहानी से संबंधित चित्रों से सजाया जाता है। बच्चों को सीटें और एक्टिविटी टेबल भी उपलब्ध कराए जाते हैं।

सोलर चलित हैं मॉडल आंगनबाड़ी केन्द्र: 

नेकराम ओझा ने बताया कि हमने जिस भी पुराने आंगनबाड़ी केंद्र का पुनर्निर्माण किया है वह सभी  सोलर चलित हैं। वहीं उनके अंदर 42 इंच की कलर एलईडी टीवी भी है जिसमें ऑडियो और विजुअल दोनों ही माध्यमों से पढ़ाया जा सकता है। इसके लिए ई कंटेट भी दिया गया है। एक पेडल स्टैंड फैन भी दिया गया है जो पूर्णत: सोलर की ऊर्जा पर आधारित है। वहीं केंद्र के हर कोने को कुछ सीखने लायक अक्षरों से भरा गया है।