नेपाल से छोड़े गये पानी से बनी बाढ़ की स्थिति, पीड़ित परिवारों को नाव, पाॅलीथीन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया
मुजफ्फरपुर। लगातार बारिश से नदियों में जलस्तर में वृद्धि को देखते हुए जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार ने आज पारु और साहेबगंज अंचल के अंतर्गत गंडक नदी के तटबंध का निरीक्षण किया। मौके पर अपर समाहर्ता ,आपदा डॉक्टर अजय कुमार, सहायक समाहर्ता श्रेष्ठ अनुपम, अनुमंडल पदाधिकारी पश्चिमी अनिल कुमार दास, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कमल सिंह, कंसलटेंट/ डीएम प्रोफेशनल आपदा प्रबंधन मुकफ्फरपुर मोहम्मद साकिब, कार्यपालक अभियंता जल निस्सरण मुजफ्फरपुर, कार्यपालक अभियंता गंडक परियोजना, संबंधित प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचल अधिकारी तथा स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
पारु अंचल के फतेहाबाद, बैजलपुर कल्याण रिंग बांध,उस्ती, सिंगयाहि, चक देवरिया, माधवपुर बुजुर्ग ,घरफरी, चांद केवारी,सोहांसी वही साहिबगंज अंचल अंतर्गत पचरुखिया ,दोबंधा,रूप छपरा, पंचगछिया ,बंगरा निजामत, देवसर असली, बासुदेवपुर सराय, माधोपुर हजारी इत्यादि से सम्बंधित तटबंधों का निरीक्षण किया गया।
कार्यपालक अभियंता गंडक परियोजना द्वारा जानकारी दी गई कि नेपाल से पानी छोड़ने के कारण गंडक नदी के जल स्तर में वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि आज मैक्सिमम रिचार्ज की स्थिति है। रात आठ बजे से बजे के बाद पानी धीरे धीरे वापस होगा और तीन-चार दिन में स्थिति सामान्य हो जाएगी।
जिलाधिकारी के द्वारा साहेबगंज प्रखंड मुख्यालय में पदाधिकारियों के साथ एक बैठक भी की गई एवं पारू एवं एवं साहेबगंज अंचल में संभावित बाढ़ की स्थिति की विस्तृत जानकारी ली गई।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि पानी से घिरे गांव में प्रत्येक वार्ड में एक नाव की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। तटबंध पर शरण लिए हुए परिवारों को पॉलिथीन सीट उपलब्ध कराने का निर्देश संबंधित अंचल अधिकारियों को दिया गया। दोनों कार्यपालक अभियंता को लगातार तटबंध की निगरानी करने तथा आक्राम्य व संवेदनशील बिंदुओं की मरम्मत करने का निर्देश दिया गया। क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मती करने का निर्देश सहायक अभियंता ग्रामीण कार्य प्रमंडल पश्चिमी को दिया गया।
जिलाधिकारी ने इस संबंध में जिले वासियों से अपील की है कि स्थिति बिल्कुल ही नियंत्रण में है। घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। प्रशासन द्वारा लगातार हालात पर नजर रखी जा रही है।उन्होंने कहा कि अफवाहों से बचे।