पटना

बिहारशरीफ: जल जीवन हरियाली योजना की समीक्षा- जिले में वर्षा जल संग्रहण के लिए पहाड़ी क्षेत्रों के लिए बनेंगे प्रोजेक्ट


राजगीर और गिरियक क्षेत्र में ऐसी योजनाओं को दिया जायेगा अंजाम

बिहारशरीफ। राजगीर तथा गिरियक प्रखंड के पहाड़ों में होने वाली वर्षा के जलसंग्रह के लिए बड़े तालाबों का निर्माण कर जलसंग्रह किया जायेगा। जल जीवन हरियाली की बैठक में जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने वर्षा जल संग्रह करने का निर्देश दिया। इससे आसपास के क्षेत्रों में गर्मी के दिनों में जलस्तर बरकरार रहेगा। इसके साथ हीं संचित किये गये वर्षा जल को कृषि या अन्य कार्यों में भी उपयोग किया जायेगा।

डीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक में पहाड़ों से गिरने वाले नालों एवं जलस्रोतों को चेक डैम तथा अन्य संरचनाओं का निर्माण कर संग्रहित करने का निर्णय लिया गया। बैठक में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 15, वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा 11, लघु सिंचाई विभाग द्वारा 10 ऐसी संरचनाओं का निर्माण किया गया है। बैठक में बताया गया कि इस योजना के कार्यान्वयन में नालंदा सूबे में दूसरे स्थान पर है।

बैठक में बताया गया कि अब तक 1457 जलसंरचनाओं को अतिक्रमणमुक्त कराया गया है, जबकि 35 को मुक्त कराने के लिए बाध्य चलाया जा रहा है। सार्वजनिक जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार के क्रम में लघु सिंचाई विभाग द्वारा 897, ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 1765, नगर निकाय द्वारा 6 योजनाओं का कार्य पूरा पाया गया।

बैठक में बताया गया कि शहरी क्षेत्र में 222 और ग्रामीण क्षेत्र में 890 कुओं का जीर्णोद्धार किया गया है। सभी सार्वजनिक चापाकल एवं कुओं के पास सोख्ता का निर्माण किया जा रहा है। अब तक शहरी क्षेत्र में 253 सार्वजनिक चापाकल तथा 163 सार्वजनिक कुआं के पास सोख्ता का निर्माण कराया गया है, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में 2047 चापाकल तथा 675 सार्वजनिक कुआं के पास सोख्ता का निर्माण किया गया है। जिला ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से 235, कृषि विभाग से 225 तथा पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग से 121 जलस्रोतों का सृजन कराया गया है।

वर्षा जल संचयन के लिए भवनों की छतों पर जल संजय संरचना निर्माण के तहत 494 योजनाएं पूरी की गयी है। 386 एकड़ क्षेत्रफल में टपकन सिंचाई तथा जैविक खेती के लिए 8383 एकड़ में योजनाएं क्रियान्वित की गयी है।