पटना

मुजफ्फरपुर: शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में नशेड़ी बंदियो की बढ़ती संख्या से जेल प्रशासन की नींद हराम 


हरकतों से आजिज जेल अधीक्षक ने सिविल सर्जन को लिखा त्राहिमाम पत्र, नशा विमुक्ति केन्द्र खोलने का आग्रह 

मुजफ्फरपुर।  समेत कई जिलों में जहरीली शराब से हुई मौत के बाद शासन की सख्ती बढ़ी तो नशेड़ी बंदियों से जेल ओवरलोड हो गया। बता दें कि मुजफ्फरपुर केन्द्रीय जेल की क्षमता 2200 कैदियों की है। फिलहाल यहां 4600 कैदी शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में बंद हैं। बीते एक सप्ताह में मुजफ्फरपुर पुलिस ने 908 शराबियों और शराब तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

अब जेल प्रशासन के लिए कैदियों की बढ़ती संख्या और अधिक नशे की लत वाले बंदी परेशानी का कारण बन गए हैं। बताया जाता है कि ऐसे बंदी जेल में अजीब-अजीब हरकत कर रहे हैं। कई बार हंगामा करने करने लगते हैं। जेल प्रशासन के लिए इन कैदियों काे संभालना मुश्किल हो रहा है। नतीजन परेशान जेल अधीक्षक बृजेश कुमार ने सिविल सर्जन को पत्र लिख कर सदर अस्पताल स्थित नशा विमुक्ति केंद्र फिर से खोलने का अनुरोध किया है।

उक्त केंद्र में नशे से परेशान कैदियों का इलाज कराया जाएगा। उल्लेखनीय है कि 16 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी की समीक्षा के बाद रोज 50 से 90 आरोपी गिरफ्तारी के बाद मुजफ्फरपुर सेंट्रल जेल पहुंच रहे हैं। इनमें 95% गिरफ्तारी शराब से संबंधित मामले में हाे रही है। बड़ी संख्या में स्मैकिए भी जेल जा रहे हैं। इन्हें हर शाम नशा चाहिए, जो मिल नहीं पाता। फिर वे अजीब हरकतें करने लगते हैं। शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा के अधीक्षक बृजेश कुमार के अनुसार जेल के डॉक्टर फिलहाल  किसी तरह ऐसे बंदियों को संभालने का प्रयास कर रहे हैं।

लेकिन, संख्या काफी ज्यादा रहने और गंभीर स्थिति के कारण सिविल सर्जन से नशा मुक्ति केंद्र अविलंब चालू करने का अनुरोध किया गया है। वहां रख कर इलाज करने से ऐसे लोगों में सुधार तेजी से आता है। इसलिए यदि इन बंदियों का सदर अस्पताल में इलाज होगा, तो संभव है कि स्वस्थ होने पर इनकी आदत में सुधार हो। भविष्य में ये फिर आम लोगों की तरह जीने लग सकते हैं।पूरे मामले को लेकर सिविल सर्जन डा विनय कुमार का कहना है कि  जेल प्रशासन से नशा मुक्ति केंद्र खोलने के लिए पत्र मिला है। पूर्व में भी उनका पत्र आया था। जल्द ही सदर अस्पताल में बंद नशा मुक्ति केंद्र को चालू कर दिया जाएगा।