- शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को कहा कि भारत जवाहरलाल नेहरू के समय से लेकर पूर्ववर्ती सरकारों के अच्छे कामों के कारण अस्तित्व में है और मौजूदा मोदी सरकार को इसका आत्ममंथन करने की जरूरत है कि क्या वह लोगों की मूलभूत जरूरतों को पूरा कर पायी है। महाराष्ट्र कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार की सातवीं वर्षगांठ को ”काले दिन” के तौर पर मनाया और केंद्र पर देश को कोविड-19 संकट की ओर ”धकेलने” का आरोप लगाया। महा विकास आघाडी के तौर पर महाराष्ट्र में शिवसेना और राकांपा के साथ सत्ता साझा करने वाली कांग्रेस ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन किया और दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पास सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है क्योंकि केंद्र सरकार ”सभी मोर्चों पर नाकाम” रही है।
पत्रकारों से यहां बातचीत में राउत ने कहा, ”देश पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह की सरकारों के अच्छे कामों पर जी रहा है।” शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि काफी कुछ किया जाना है। कोविड-19 महामारी के कारण महंगाई, बेरोजगारी और अशांति की समस्याएं हैं।
राउत ने कहा, ”जब आपको बहुमत मिला तो इसका मतलब है कि लोगों ने विश्वास के साथ आपको सत्ता सौंपी। लोगों की जरूरतें और मांग बहुत कम है। उन्हें आजीविका की जरूरत है। स्वास्थ्य एवं शैक्षिक सुविधाओं के साथ ही रोटी, कपड़ा और मकान भी महत्वपूर्ण हैं।” उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को ”अवलोकन” करना चाहिए कि क्या पिछले सात वर्षों में यह हासिल किया गया।
राज्यसभा सदस्य ने कहा, ”अधिक ध्यान देने और कड़ी मेहनत की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री मोदी में नेतृत्व क्षमता है और उम्मीद है कि वह देश को उचित दिशा देंगे।” एक सवाल के जवाब में राउत ने कहा कि यह अच्छी बात है कि मोदी सरकार पर ”भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं” है।