नोएडा । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की आहट से जिले में सियासी पारा चढ़ने लगा है। जनवरी में चुनाव की घोषणा हो जाएगी। इससे पहले ही राजनीतिक दल एक-दूसरे को पटखनी देने में जुटे हैं। भाजपा ने सपा और बसपा में सेंधमारी कर कई नेताओं को अपने पाले में मिला लिया है। इनमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता व पूर्व मंत्री नरेंद्र भाटी भी शामिल हैं। सपा, बसपा व रालोद ने भी कई नेताओं को अपने खेमे में शामिल कर राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है।
सूत्रों की मानें तो जिले के कई और बड़े नेता पाला बदलने की तैयारी में हैं। इनमें पूर्व विधायक समीर भाटी व पूर्व विधान परिषद सदस्य अनिल अवाना के भाजपा में जाने की चर्चा है, जबकि एक पूर्व जिला पंचायत चेयरमैन, बड़े दल से लोकसभा चुनाव लड़ चुके एक नेता सपा में शामिल हो सकते हैं। भाजपा ने नरेंद्र भाटी के अलावा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज भाटी, कुलदीप प्रधान व मनवीर नागर को भी अपने खेमे में शामिल कर पार्टी को मजबूती दी है। कांग्रेस पार्टी इस मामले में अभी पीछे है। दूसरे दल के किसी बड़े नेता को खींचने में कामयाब नहीं हो पाई है।
कांग्रेस के नोएडा के पूर्व महानगर अध्यक्ष कृपाराम शर्मा पार्टी छोड़कर बसपा का दामन थाम चुके हैं। सूत्रों के अनुसार कृपाराम शर्मा को बसपा नोएडा विधानसभा से चुनाव मैदान में उतार सकती है। सपा भी नोएडा से ब्राह्मण चेहरे को मैदान में उतारने की तैयारी में है। फेडरेशन आफ नोएडा रेजिडेंस वेलफेयर एसोसिएशंस (फोनरवा) के अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा दो दिन पहले सपा में शामिल हुए थे।
जिला पंचायत सदस्य सुनील भाटी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य संजय भाटी, भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष अतुल शर्मा, बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष प्रमेंद्र भाटी, बसपा के वरिष्ठ नेता संजीव त्यागी, बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश गौतम भी सपा का दामन थाम चुके हैं। वहीं, बसपा के वरिष्ठ नेता व बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष इंद्रवीर भाटी रालोद में शामिल हो चुके हैं। रालोद-सपा गठबंधन से उनके जेवर सीट से चुनाव लड़ने की चर्चाएं हैं। इंद्रवीर भाटी दादरी से बसपा के टिकट पर चुनाव भी लड़ चके हैं। उनके पिता पूर्व मंत्री तेज सिंह भाटी दादरी से तीन बार विधायक रह चुके हैं।
रालोद-सपा गठबंधन से फरीदाबाद के पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना के भी रालोद में शामिल होने की चर्चा है। वह भी रालोद-सपा गठबंधन से जेवर सीट से टिकट की कतार में है। सूत्रों के अनुसार जिले में एक नेता के साथ करीब एक दर्जन अन्य नेता भी भाजपा में जाने की तैयारी में है। उन्हें भाजपा की तरफ से हरी झंडी का इंतजार है। हाईकमान की मंजूरी मिलते ही उनकी भाजपा एंट्री हो जाएगी।