पूर्व मंत्री ने कहा सरकार पर्यटन क्षेत्रों का कर रही है विकास फिर भी कुछ छूटा तो ध्यान कराया जायेगा आकृष्ट
राजगीर (नालंदा) (आससे)। पूर्व कृषि मंत्री एवं गया के विधायक प्रेम कुमार ने पर्यटन स्थल राजगीर स्थित मगध सम्राट जरासंध अखाड़ा का अवलोकन किया। विधायक ने कहा कि मगध सम्राट जरासंध की अखाड़ा का और विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सूबे की सरकार ने पर्यटन स्थलों के ऐतिहासिक धरोहरों को सजाने एवं संवारने में जुटे हुए हैं फिर भी अगर कोई धरोहर छूट रहा है तो उसे सरकार को ध्यान आकृष्ट कराने का काम किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मगध सम्राट जरासंध की नगरी राजगीर रही है। इनकी कई कहानियां एवं गथाएं आज भी लोगों के जुबां पर रहती है ऐसे में जरासंध अखाड़ा जीर्ण शीर्ण स्थिति में रहे यह अच्छी बात नहीं। उन्होंने कहा कि इस अखाड़ा के पास जरासंध की प्रतिमा एवं इसकी सौंदर्यीकरण करने की जरूरत है। श्री कुमार ने कहा कि जहां तक हमें सूचना मिली है कि स्वर्ण भंडार के पास जरासंध का अखाड़ा जाने वाले रास्ते में बैरियर लगा दिया गया है। जिसके कारण पर्यटक लोग पैदल ही 2 किलोमीटर जाते हैं जो ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर बैरियर ही लगानी है तो जरासंध अखाड़ा स्थल के पास से लगानी चाहिए क्योंकि नेचर सफारी ग्लास ब्रिज में भी काम चल रहा है जिसके कारण यह बैरियर लगाया गया लेकिन बैरियर गलत लगा देने से पर्यटक लोग जरासंध अखाड़ा को देखने के लिए पैदल ही चल कर जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पर्यटकों को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो इसका भी ख्याल पदाधिकारियों को रखना चाहिए।
अभी देखा जाए तो नेचर सफारी को देखने के लिए काफी संख्या में लोग सोन भंडार के पास एकत्रित होते रहते हैं परंतु अभी नेचर सफारी मार्च महीने में ही खुलने की संभावना है। लेकिन देखा जाए तो नेचर सफारी के कारण जरासंध अखाड़ा पर्यटकों से कोसों दूर होता दिख रहा है। जो भी पर्यटक राजगीर के ऐतिहासिक धरोहर को देखने आते हैं वे अपने परिवार बच्चों के साथ आते हैं जो पैदल जरासंध अखाड़ा तक पहुंच नहीं पाते।