Latest News नयी दिल्ली महाराष्ट्र राष्ट्रीय

राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्र पर साधा निशाना


नई दिल्ली, । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा आय से अधिक संपत्ति के मामले में जेल में बंद दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन की पत्नी पूनम जैन से पूछताछ के एक दिन बाद शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्र सरकार पर सीधा हमला बोला।  उन्होंने कहा कि ईडी भाजपा का विस्तारित हिस्सा बन गया है। 

भाजपा का विस्तारित विभाग बन गया है ईडी- प्रियंका

प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, ‘आजकल ईडी भाजपा का एक विस्तारित विभाग बन गया है। किसी राज्य में भारतीय जनता पार्टी जहां भी विपक्ष में होती है, वहां सत्तारूढ़ दल के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। हालांकि, विपक्ष के नेता जब भारतीय जनता पार्टी की गंगा में स्नान करने के बाद आते हैं, तो उन पर कार्रवाई रोक दी जाती है।’

महाराष्ट्र में ई़डी के जांच के दायरे में आए कई विधायकों की फाइलें हुई बंद- प्रियंका

महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रम को याद करते हुए उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र इसका एक उत्कृष्ट उदाहरण है। ईडी की जांच के दायरे में आए कई विधायकों की फाइलें तत्काल प्रभाव से बंद कर दी गई हैं। क्योंकि उन्होंने आज भारतीय जनता पार्टी का समर्थन किया है। लोकतंत्र के बुनियादी सिद्धांतों में बाधा डालने का माहौल बनाना केंद्र में सत्ताधारी दल का एजेंडा है।’

राष्ट्रपति चुनाव में मतदान प्रक्रिया पर उठाए सवाल

प्रियंका ने राष्ट्रपति चुनाव में मतदान प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति चुनाव में, कई विपक्षी सांसदों ने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को यह कहते हुए वोट दिया कि राष्ट्रपति चुनाव में व्हिप की शक्तियां लागू नहीं होती हैं। यह मतदान राष्ट्रपति को उनकी पसंद के आधार पर चुनने के लिए किया जाता है। हालांकि जब तक नतीजे नहीं आ जाते, हम किसी को दोष नहीं दे सकते।’

भ्रष्टाचार से भाजपा ने जीता 2014 का चुनाव- प्रियंका

सोमवार को संसद का मानसून सत्र शुरू होने से ठीक पहले, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, ‘मैं सभी सम्मानित सांसदों से आग्रह करूंगा कि सदन को गहन चिंतन और गहन और विस्तृत चर्चा के साथ जितना संभव हो सके उतना उत्पादक और उपयोगी बनाएं।’ इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रियंका ने कहा, ‘प्रधानमंत्री और भाजपा को खुद इस बयान का पालन करना चाहिए। भ्रष्टाचार ने भाजपा को 2014 के आम चुनाव जीतने में मदद की। और आप उम्मीद करते हैं कि हम धरना प्रदर्शन नहीं करेंगे?’

विपक्ष को खत्म नहीं किया जाना चाहिए- प्रियंका

उन्होंने कहा, ‘अगर सत्र के बाद संसद परिसर में धरना होता है, तो उसके खिलाफ निलंबन नोटिस जारी किया जाता है। विपक्ष लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। विपक्ष को खत्म नहीं किया जाना चाहिए, तभी संसदीय लोकतंत्र जीवित रहेगा।’

पिछले साल राज्यसभा के 12 सदस्यों को किया गया था निलंबित

गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में सदन के चल रहे शीतकालीन सत्र के लिए अनुशासनहीनता के आधार पर 12 राज्यसभा सांसदों को निलंबित कर दिया गया था। इसमें सीपीएम के एलाराम करीम, कांग्रेस के फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, आर बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रसाद सिंह, सीपीआई के बिनॉय विश्वम, टीएमसी से डोला सेन और शांता छेत्री और शिवसेना के प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई शामिल हैं।