जमशेदपुर : भागदौड़ की जिंदगी में तेजी से बढ़ रही बीमारियां चिंता का विषय है। इसे लेकर जमशेदपुर सहित देशभर के चिकित्सकों ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मिले हैं। सबसे पहले सीसीडीएसआई (क्लिनिकल कार्डियो-डायबिटीज सोसाइटी आफ इंडिया) चिकित्सकों ने राष्ट्रपति को बधाई दिया। इसके बाद उन्हें मधुमेह, उच्च रक्तचाप, मोटापा, डिस्लिपिडेमिया और हृदय रोगों जैसे जीवन-शैली से होने वाली रोगों की रोकथाम के लिए अपने मिशन और प्रयासों से अवगत कराया। जमशेदपुर के डा. अनिल कुमार विरमानी ने बताया कि कम उम्र में मधुमेह होना चिंता का विषय है। इसे लेकर विशेष रूप से काम करने की जरूरत है। खासकर स्कूल व ग्रामीण क्षेत्रों में जांच अभियान चलाकर ऐसे बच्चों को चिन्हित किया जाए। ताकि हमारा देश स्वस्थ रहें और एक नई मुकाम हासिल कर सकें। इस अवसर पर प्रो. डा. एएन राय (सीसीडीएसआई, गया के संस्थापक अध्यक्ष), डा. जयंत पांडा (सीसीडीएसआई, कटक के अध्यक्ष), डा. अनिल कुमार विरमानी (निर्वाचित अध्यक्ष सीसीडीएसआई, जमशेदपुर), डा. मृत्युंजय सिंह (सचिव, सीसीडीएसआई, गया), डा. अभिषेक कुमार (संयुक्त सचिव सीसीडीएसआई, पटना) और डा. निहारिका (कार्यकारी सदस्य सीसीडीएसआई, पटना) शामिल थे।
डेंगू, स्वाइन फ्लू व जेई के मिले 11 संदिग्ध मरीज
जमशेदपुर में डेंगू, स्वाइन फ्लू व जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) के मरीज बढ़ने लगे। शुक्रवार को कुल 11 संदिग्ध मरीज मिले। इसमें डेंगू के पांच, स्वाइन फ्लू के चार व जेई के दो संदिग्ध मरीज शामिल हैं। इन मरीजों का इलाज टिनप्लेट, रेलवे अस्पताल व टीएमएच में चल रहा है। मरीजों की उम्र चार, 13, 32, 41, 50 सहित अन्य है। ये मरीज कदमा, घाटशिला, आदित्यपुर, बिरसानगर, बारीडीह सहित अन्य क्षेत्रों के रहने वाले हैं। जिला सर्विलांस विभाग ने सभी पीड़ितों का नमूना लेकर जांच के लिए एमजीएम कालेज भेजा है। मालूम हो कि दो दिन पूर्व भी बागबेड़ा बड़ौदा घाट क्षेत्र में डेंगू के पांच मरीज मिले थे।