पटना

राहत कार्य धरातल पर दिखना चाहिए : रेणु


डिप्टी सीएम ने पश्चिम चंपारण के बाढग़्रस्त क्षेत्र  का लिया जायजा

पटना (आससे)। उपमुख्यमंत्री सह आपदा प्रबंधन विभाग की मंत्री रेणु देवी ने पश्चिम चंपारण के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सड़क मार्ग से दौरा किया। उन्होंने पीडि़तों से मुलाकात और बात की। पश्चिम चंपारण में जल्द राजद केन्द्र शुरू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि पश्चिम चंपारण में चार सामुदायिक किचन संचालित किए जा रहे हैं, जिसमें सुबह-शाम लगभग ६०० लोग भोजन कर रहे हैं।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कुल नौ नावों का परिचालन किया जा रहा है। यहां एनडीआरएफ की दो और एसडीआएफ की तीन टीम को तैनात किया गया है। उन्होंने बेतिया डीएम कुंदन कुमार व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर राहत व बचाव कार्य युद्धस्तर पर करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि राहत कार्य धरातल पर दिखना चाहिए इसमें किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाही करनेवालों अफसरों पर भी उचित काररवाई की जाएगी।

रेणु देवी ने बताया कि पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, शिवहर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, दरभंगा और समस्तीपुर के ५४ प्रखंड बाढ़ प्रभावित हैं। इन जगहों पर कुल ९३ सामुदायिक केन्द्र संचालित किए जा रहे हैं। पूर्वी चंपारण में सुबह-शाम लगभग ३३, ३२८ लोगों को भोजन कराया जा रहा है। इन इलाकों में एनडीआरएफ की सात और एसडीआरएफ की छह टीम तैनात की गयी है।

रेणु देवी ने कहा है कि अधिकारियों को राहत शिविरों में भी कोविड टीकाकरण करने के निर्देश दिए गए हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्राथमिकता से टीकाकरण करना है। उन्होंने कहा कि इस विकट स्थिति में उनकी संवेदनाएं बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ हैं। उन्हें हर संभव सहायता उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है।