पटना

रूपौली: छः पंचायतों के नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों के शपथ ग्रहण के साथ ही उप मुखिया और उपसरपंच का हुआ चुनाव


रूपौली (पूर्णिया)। इंटर स्तरीय प्रभा प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय रूपौली में 27 दिसम्बर सोमवार को प्रथम दिन प्रखंड क्षेत्र के छः पंचायतों के नव निर्वाचित पंचायत प्रधान, सरपंच, वार्ड सदस्य, वार्ड पंच का शपथ ग्रहण एवं उप मुखिया, उप सरपंच का चुनाव का आयोजन किया गया। इन छः पंचायतों में सिंहपुर दियारा, भिखना, लक्ष्मीपुर गिरधर, नाथपुर, विजय मोहनपुर और विजय लालगंज शामिल थे।

विद्यालय परिसय स्थित छः कमरों में अलग-अलग छः पंचायतों के नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के शपथ ग्रहण के साथ ही उप मुखिया एवं उपसरपंच के चुनावी प्रक्रिया की व्यवस्था की गई थी। सभी पंचायतों के लिए सहायक निर्वाची पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई थी।जबकि सुरक्षा व्यवस्था की कमान के लिए रूपौली, अकबरपुर ओ पी और मोहनपुर ओ पी की पुलिस को मुस्तैद रखा गया था।

शपथ ग्रहण कार्यक्रम को दो पालियों में कर मूर्त रूप दिया जा रहा था। जिसमें प्रथम पाली में मुखिया, वार्ड सदस्य की उपस्थिति के बाद नशा मुक्ति और पद की शपथ दिलाने के साथ ही उप मुखिया के पद पर नामांकन और चुनाव प्रक्रिया के बाद उप मुखिया का शपथ ग्रहण संपन्न कराया जा रहा था। वहीं दूसरी पाली में सरपंच और पंच का शपथ ग्रहण तथा उपसरपंच का चुनाव और शपथ ग्रहण कराया गया।

छः पंचायतों के हुए शपथ ग्रहण में जहां 3 पंचायतों जिनमें  उपमुखिया पद के लिए भिखना से आशा देवी, विजय मोहनपुर से बॉबी सिंह और विजय लालगंज से मीरा देवी निर्विरोध निर्वाचित हुई। वहीं तीन पंचायतों जिनमें सिंहपुर दियरा, लक्ष्मीपुर गिरधर और नाथपुर पंचायत में उप मुखिया पद के लिए चुनाव हुआ। उक्त तीन पंचायतों में उपमुखिया पद के लिए हुए चुनाव के बाद सिंहपुर दियारा पंचायत से पूनम देवी ,लक्ष्मीपुर गिरधर से मधु कुमारी और नाथपुर से भोलरी देवी उप मुखिया पद के लिए विजई हुई।

दूसरी पाली में ग्राम कचहरी उपसरपंच पद पर लक्ष्मीपुर गिरधर पंचायत से दिनेश मंडल और भिखना से मनीष कुमार सिंह निर्विरोध निर्वाचित हुए वहीं विजय लालगंज से हरे कृष्ण यादव, विजय मोहनपुर से राजकुमार यादव, नाथपुर से अवधेश कुमार शर्मा और सिंहपुर दियारा से ललिता देवी उपसरपंच पद पर अपने अपने प्रतिद्वंदी को हराकर अपनी जीत दर्ज की। निर्विरोध और चुनाव के बाद विजय उप मुखिया और उप सरपंच को निर्वाची पदाधिकारी परशुराम सिंह के हाथों प्रमाण पत्र सौंपा।