पटना

रूपौली: दो शिक्षकों पर 368 बच्चों के शिक्षण कार्य की जिम्मेदारी  


हिन्दी और विज्ञान शिक्षकों के द्वारा सभी विषयों की जाती पढ़ाई, उज्जवल भविष्य के लिए कहाँ तक जायज

रूपौली (पूर्णिया)(आससे)। रूपौली प्रखंड क्षेत्र के गोड़ियर पूरब पंचायत स्थित उत्क्रमित उच्च विद्यालय गोड़ियर में दो शिक्षकों के कंधे पर पठन पाठन कार्य के अलावा अन्य कार्यालय कार्य को मूर्त रूप दिया जाना कहाँ तक जायज है। यह अहम् सवाल वर्ग नवम् की वार्षिक परीक्षा दे रहे छात्र-छात्राओं के द्वारा किया गया।

वहीं परीक्षा कक्ष से बाहर हुई छात्राओं ने साफ शब्दों में कहा कि हम सभी सहपाठियों की वार्षिक परीक्षा सत्र 2021-22 को दो शिक्षकों के द्वारा कदाचार मुक्त वातावरण में लिया जा रहा है। इस वार्षिक परीक्षा में हमलोग  202 की संख्या में उपस्थित हो परीक्षा दे रही हूं। जिसमें छात्र सहपाठी भी शामिल है। दो शिक्षकों में एक विज्ञान और एक हिन्दी के प्राध्यापक ही सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा नियुक्त किया गया है। शिक्षा विभाग कुल आठ विषयों की पढ़ाई दो शिक्षकों से करवा रही है। इसमें कितनी गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा से हम सभी लाभान्वित हो रहे होंगे यह खुद समझा जा सकता है।

शिक्षा व्यवस्था की इस सौतेलेपन व्यवहार से हम सभी सहपाठी कुंठित भरी जिन्दगी जीने की मजबूरी झेलने को बाध्य हैं। एक तरफ सरकार स्लोगन दर स्लोगन में लिखते फिर रही है कि आज के बच्चे ही देश के कर्णधार साबित होंगे। फिर किस कुंठा के शिकार होकर सरकार हमारी मूलभूत सुविधाओं में से एक सही शिक्षा व्यवस्था मुहैया कराने में सौतन का रूप अख्तियार कर कुंभकर्णी नींद में सोयी हुई है। बता दें कि उत्क्रमित उच्च विद्यालय में कुल नामांकित छात्र छात्राओं की संख्या 368 है।

समाचार संकलन में पड़ताल के दौरान उपस्थित शिक्षकों ने जो बताया वह और भी आश्चर्य जनक चौकाऊ पहलू सामने आई। उपस्थित शिक्षक ने बताया कि यह विडंबना है कि इस उत्क्रमित उच्च विद्यालय में पदस्थापित विज्ञान शिक्षक कृष्णा प्रसाद प्रशासनिक प्रभार भर ही प्रभारी प्रधानाचार्य हैं। जबकि वित्तीय प्रभार निकट के आदर्श मध्य विद्यालय के नियमित शिक्षक बिजय कुमार के पास है।

यहाँ एक अहम् सवाल उभरकर सामने आ रहा है कि शिक्षा विभाग की यह व्यवस्था विद्यालय हित के लिए और वहां की विधि व्यवस्था संधारण के लिए कहाँ तक उचित है। उत्क्रमित उच्च विद्यालय अगर एक है तो फिर विद्यालय में किस परिस्थिति में दो प्रभारी प्रधान बनाया गया है।