रूपौली (पूर्णिया)(आससे)। रूपौली थाना क्षेत्र में एक विवाहिता दो बच्चे की मां ने आत्महत्या कर अपनी दैहिक इहलीला समाप्त कर ली। मृतका रूपौली धोबगिद्धा पंचायत के गिद्धा गांव निवासी सुबोध सहनी की पत्नी 26 वर्षीया उषा देवी बताई गई। आत्महत्या जैसे संकुचित कदम के बाबत ग्रामीणों ने बताया कि मृतका कुकुरमुत्ते की छत्ते की तरह उग आई प्राईवेट फाईनेंस बैंक का पैर ग्रामीण क्षेत्रों में इस कदर पसर चुका है कि लगभग सभी निम्न और मध्यम वर्गीय परिवार को अपने जाल में फंसा चुका है। इसी कड़ी में गुरूवार की सुबह उषा देवी का शव फंदे में झूल गई। कारण जो कि इस परिवार पर प्राईवेट बैंक फाईनेंस की अलग-अलग कम्पनियों का लगभग 90,000 रूपये का कर्ज सवार हो चुका था।
मृतका उषा देवी के पति सुबोध सहनी ने भी अपने स्वीकारोक्ति में यह बताया कि किस्त दर किस्त की राशि भुगतान के लिए दो दिन वाद-विवाद हुआ था। जिस कारण मेरी पत्नी आत्महत्या कर ली है। जबकि रात में स्थिति सामान्य थी और सभी साथ-साथ मिलजुलकर खाना पीना खाए थे। वैसे मैं अपनी पत्नी को मजदूरी करने से मना किया करता था। किन्तु फिर भी वह धान रोपनी की मजदूरी करने चली जाती थी।
बता दें कि किस्त की राशि पूरा नहीं होने पर और एक किस्त चढ़ जाने पर उसकी भरपाई के लिए वह मजदूरी करने को बाध्य हो गई थी। वहीं साथ में काम करने जानेवाली महिलाओं ने बताया कि एक दिन पूर्व की सामुहिक मजदूरी का रूपया उषा देवी को ही किसान ने दिया था। जिस मजदूरी के रूपये को लेकर सुबोध सहनी शराब पीने खाने में खर्च कर दिया था।
स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना रूपौली पुलिस को दी। जहाँ रूपौली थानाध्यक्ष मनोज कुमार सूचना के तत्काल बाद ही पहुंच शव को अपने कब्जे में ले लिया। पंचनामा भरकर अन्त्यपरीक्षण के लिए सदर अस्पताल पूर्णियां भेज दिया। थानाध्यक्ष रूपौली मनोज कुमार ने बताया कि यूडी मामला दर्ज कर मृतका के शव को अन्त्यपरीक्षण के लिए भेजा गया है। अन्त्यपरीक्षण रीपोर्ट आने के बाद ही हत्या के स्पष्ट कारणों का पता चल पाएगा।