लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है। राजधानी लखनऊ में लगातार केस बढ़ते जा रहे हैं। रोज यहां 200 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार, राजधानी में 337 माइक्रो कंटेंटमेंट जोन बनाए गए हैं, जहां 2 से अधिक केस मिले हैं, उन इलाकों को माइक्रो कंटेनमेंट जोन में तब्दील किया गया है। तीन इलाके ऐसे हैं, जहां 5 से अधिक केस मिले हैं, उन्हें कंटेंटमेंट जोन बनाया गया है। शुक्रवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में 10 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें पांच 5 अधिकारी और 5 कर्मचारी शामिल हैं। निदेशालय के अन्य लोगों की जांच की जा रही है। बाकी अधिकारियां, कर्मचारियों की जांच जारी है।
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में कोरोना पॉजिटिव पाए गए अधिकारियों में मंजु शर्मा, अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा, विवेक नौटियाल उप निदेशक, उप निदेशक विकास श्रीवास्तव, दीप चंद, प्रेम चंद शामिल हैं। इनके अलावा विधि अधिकारी डीके राठौर भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। वहीं, 5 कार्यालय सहायक भी हुए कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। इससे पहले पीजीआई के निदेशक डॉ. आरके धीमान की कोविड-19 की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। डॉ. धीमान कोरोना वैक्सीन के दो डोज ले चुके थे। इसके बावजूद वह कोरोना की चपेट में आ गए। पीजीआई निदेशक के कोरोना संक्रमित होने के बाद उनकी पत्नी का भी कोरोना टेस्ट करवाया गया, वह भी कोरोना पॉजिटिव निकलीं।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राजधानी में अलर्ट घोषित हो गया है। डीएम अभिषेक प्रकाश ने कंटेनमेंट इलाकों दौरा किया। डीएम ने नरही इलाके में स्थित कंटेंटमेंट इलाके का औचक निरीक्षण किया। नरही के पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। यहां सैनेटाइजेशन किया जा रहा है। डीएम ने खुद इस पूरे इलाके का मुआयना किया। आने-जाने पर रोक लगा दी गई है। कोविड-19 के दूसरे चरण में सबसे पहले इस इलाके को सील किया गया है और कंटेनमेंट जोन में तब्दील किया गया है। डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि लखनऊ शहर को 11 भागों में बांटा है और देहात क्षेत्र को 8 भागों में बांटा है।