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वाराणसी में गंगा के तट पर बनी टेंट सिटी में मांस-मदिरा प्रतिबंधित


वाराणसी, गंगा पार रेती में टेंट सिटी बसाने की गई कल्पना और बसे तंबुओं के शहर को शुक्रवार यानी आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों लोकार्पित होते ही आमजन के लिए खोल दिया गया। आने वाले पर्यटक टेंट सिटी में ठहरने के साथ श्रीकाशी विश्वनाथ धाम और गंगा आरती को देख सकेंगे।

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टेंट सिटी पूर्वांचल के पर्यटन उद्योग को शिखर पर ले जाने का करेगा काम

  • पूर्वांचल के पर्यटन उद्योग को शिखर पर ले जाने का काम करेगा, जिससे स्थानीय लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा। साथ ही पूर्वांचल के उत्पादों को नया बाजार उपलब्ध होगा।
  • सुरक्षा को लेकर दो पुलिस चौकी, फायर बिग्रेड और जल पुलिस चौकी स्थापित कर दी गई।
  • उत्तरायण हो रहे सूर्य के साथ काशी के पूर्वी तट पर गंगा पार रेत पर टेंट सिटी बस गया है, जहां धर्म, संस्कृति, अध्यात्म और कला की गंगा बहेगी।
  • 10 हेक्टेयर प्रति क्लस्टर स्थापित किए जाने वाले टेंट की संख्या 200 है।
  • टेंट के तीन क्लस्टर स्थापित किए जाने वाले टेंट के प्रकार विला 900 वर्गफीट 10 प्रतिशत, सुपर डीलक्स 480-580 वर्ग फीट 50 प्रतिशत, डीलक्स 250-400 वर्ग फीट 40 प्रतिशत।
  • टेंट सिटी के एक क्लस्टर में 200 व्यक्तियों के ठहरने की सुविधा के लिए स्विस काटेज, रिसेप्शन एरिया, गेमिंग जोन, रेस्टोरेंट, डायनिंग एरिया, कान्फ्रेंस स्थल, स्पा एवं योगा केंद्र, लाइब्रेरी एवं आर्ट गैलरी के अतिरिक्त वाटर स्पोर्टस, कैमल, हार्स राइडिंग समेत सांस्कृतिक एवं स्पोर्ट्स गतिविधियां होंगी।

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मांस-मदिरा रहेगा प्रतिबंधित

टेंट सिटी में मांस-मदिरा का सेवन पूरी तरह प्रतिबंधित है। बोरिंग, बिजली के तार, सीवर लाइन बिछाई गई है। टेंट सिटी से निकलने वाले सीवर को पंप कर के सीधे रामनगर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट ले जाया जाएगा। साफ-सफाई के लिए नगर निगम कर्मी तैनात किए गए हैं।

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लग्जीरियस टेंट है गंगा दर्शन विला

मेसर्स प्रावेग कम्युनिकेशंस (इंडिया) लिमिटेड की एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर प्रोलिना बराड़ा ने बताया कि 140 टेंट बनाए गए हैं। टेंट सिटी में सभी सुविधाएं मिलेंगी जो एक अच्छे लग्जीरियस होटल में मिलती है। गंगा दर्शन विला खास आकर्षण वाला लग्जीरियस टेंट है। इसके अलावा अन्य टेंट काटेज भी है। बनारसी खान-पान भी है। ऐतिहासिक घाटों, गंगा और पूरे टेंट सिटी का नजारा देखने के लिए स्टेनलेस स्टील का 32 फीट ऊंचा गंगा वाच टावर बनाया जाएगा, जहां से पर्यटक घाटों और गंगा का एरियल व्यू देख सकेंगे। वहीं, डाइनिंग हाल और कांफ्रेंस के लिए विधा युक्त सभागार होगा, जहां 800 डेलीगेट्स एक साथ आ सकते हैं।

सीसीटीवी कैमरे से होगी निगरानी

लल्लूजी एंड संस के पार्टनर हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि उनके क्लस्टर के सभी 125 टेंट से बाहर निकलते ही गंगा का दर्शन होगा। पूरे टेंट सिटी में काशी का एहसास दिलाने के लिए गीत संगीत, सांस्कृतिक कार्यक्रम और बनारस के खान-पान का विशेष ध्यान रखा गया है। दोनों ही क्लस्टर में फ्लोटिंग जेटी पर बाथ कुंड होगा। आर्ट एंड क्राफ्ट की दुकानें होंगी जो स्थानीय उत्पादों को नया बाजार उपलब्ध कराएगा। सुरक्षा के लिए निजी गार्ड के अलावा सीसीटीवी से निगरानी होगी। टेंट सिटी में ही फर्स्ट एड और एंबुलेंस से अस्पताल भेजने की सुविधा है।