Post Views: 615 डा. भरत झुनझुनवाला सन्ï १९७० में भारतमें बिकनेवाली दवाओंमें बहुराष्ट्रीय कम्पनियोंका दो-तिहाई हिस्सा था। इसके बाद सरकारने प्रोडक्ट पेटेंटको निरस्त कर दिया। पेटेंट, यानी नये अविष्कारोंको बेचनेका एकाधिकार दो तरहसे बनाये जाते हैं। प्रोडक्ट पेटेंटमें आप जिस माल (प्रोडक्ट) का आविष्कार करते हैं और उसे पेटेंट करते हैं, उस मालको कोई दूसरा […]
Post Views: 538 देशके लगभग सभी राज्योंमें कोरोनाकी नयी लहर कहर बरपा रही है और अब आक्सीजनकी कमीका भयावह संकट समस्याको और विकराल बना रहा है। कोरोना संक्रमणको लेकर स्थिति कितनी विकराल होती जा रही है, यह समझनेके लिए इतना जान लेना पर्याप्त है कि भारतमें जहां १ मार्च २०२१ को कोरोना मरीजोंके कुल १२२८६ […]
Post Views: 1,120 बाबा हरदेव एक-एक धड़कन उसकी अपनी है। जरा-सी आंच भी उसको आती है, तो उसको पीड़ा शुरू हो जाती है। वह एक निष्काम भावसे की हुई देखभाल है। वह निष्काम भावसे किया हुआ प्रेम है। इसी तरहसे इस प्रभुके साथ भी यह भक्त निष्काम भावसे प्रेम करता है और कोई कामना रखे […]