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जंगलोंको बचानेकी जरूरत
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 220 ब्रह्मïांडमें प्राकृतिक दुनियाकी सबसे बेशकीमती एवं खूबसूरत संपदा पेड़-पौधोंसे लबरेज वन हैं। प्राचीन कालसे वन्य क्षेत्र जंगली जानवरों एवं मानवताके लिए अनमोल प्राकृतिक संसाधन रहे हैं। देशकी सियासत एवं तमाम इंतजामिया हालमें संपन्न हुए लोकसभा चुनावोंमें मशगूल थे, परन्तु हिमाचल सहित कई अन्य राज्योंमें जंगल दावानलकी चपेटमें आ चुके थे। नब्बे प्रतिशतसे […]
गणतंत्रपर हावी होता आरक्षण
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 708 डा. शंकर सुवन सिंह आजादीके बाद देशको चलानेके लिए संविधान लिखा गया, जिसे लिखनेमें पूरे दो वर्ष ११ महीने और १८ दिन लगे। २६ जनवरी १९५० को सुबह १०.१८ मिनटपर भारतका संविधान लागू किया गया। भारतमें २६ जनवरी १९५० को सुबह १०.१८ मिनटपर भारतका संविधान लागू किया गया था और इसी उपलक्ष्यमें […]
चिकित्सा पद्धतिका गौरवशाली इतिहास
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 333 प्रताप सिंह विश्वभरमें मौतका कहर मचानेवाली कोरोना महामारीके भयंकर एवं डरावने माहौलमें कोरोना संक्रमणके चक्रव्यूहमें अपनी जानकी परवाह किये बिना बेखौफ होकर घुसनेका साहस यदि किसीने किया तो वह अग्रदूत हमारे डाक्टर हैं। कोरोनासे उपजी लाकडाउन जैसी बंदिशोंमें भी चिकित्साकर्मी कोरोना संक्रमित मरीजोंके इलाजमें मुस्तैद थे। आजके आधुनिक दौरमें कई बीमारियोंका पता […]