- नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए देश भर में टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई। लेकिन आज हालात ऐसे हो गए हैं कि देश के कई राज्यों में वैक्सीन की किल्लत के कारण टीकाकरण की रफ्तार में कमी देखी जा रही है। इस बीच बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती ने देश में जारी कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम पर चिंता जताई। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दुनिया के मुकाबले भारत में जो स्थिति है वह काफी भयावह है।
मायावती ने जताई चिंता
बसपा प्रमुख ने ट्वीट कर लिखा, ‘कोरोना वायरस के घातक प्रकोप से देश की जनता को बचाने के लिए दुनिया के मुकाबले में भारत में टीकाकरण (Vaccination) की जो स्थिति है वह काफी भयावह है। इसपर भी टीके की दूसरी खुराक तो और भी कम लोगों को लग पाई है जो बेहद गंभीर एवं चिन्ताजनक स्थिति को दिखाती है।’ यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बसपा की यही मांग है कि केंद्र और सभी राज्य सरकारें इस ओर जरूर ध्यान दें।
ये फैसला बना सबक
हेल्थ एडवोकेसी प्लेटफार्म की तरफ से आयोजित एक सेमिनार ने जाधव ने कहा कि सरकार ने काफी गलत किया है। सरकार को WHO की गाइडलाइंस का पालन करना चाहिए था। उसके अनुसार ही देश में विभिन्न आयु वर्ग के लिए टीकाकरण खोलना चाहिए था। सरकार ने टीकाकरण की कमी को देखते हुए ये अन्य- अन्य आयुवर्ग के लिए टीकाकरण शुरू कर दिया है और ये हम सभी के लिए सबक है।