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वैक्सीन को लेकर दुविधा में फंसे ‘अमेरिका’ पढ़ने जा रहे भारतीय छात्र,


  • वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) द्वारा अप्रूव कोरोना वैक्सीनों का भारत में न होना उन छात्रों के लिए चिंता का कारण बन रहा है, जो अपनी आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका के विश्वविद्यालयों (United States Universities) में जा रहे हैं. हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना हैं कि यह कोई बड़ी समस्या नहीं है. अमेरिका में विश्वविद्यालय कॉम्पन्सेशन या साइट पर वैक्सीनेशन की व्यवस्था के साथ आ रहे हैं.

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर छात्रों की WHO द्वारा अप्रूव्ड वैक्सीन तक पहुंच नहीं है या वे समय पर वैक्सीन नहीं लगवा पा रहे हैं, तो भी वे अमेरिका में ऑन-कैंपस क्लासेस में शामिल हो सकते हैं. बशर्ते इसके लिए छात्रों को अपनी फ्लाइट के डिपार्चर होने के 72 घंटों के अंदर एक वैलिड F-1 वीजा और कोविड नेगेटिव RT-PCR रिपोर्ट को अपने साथ रखना होगा.

एक व्हाट्सएप ग्रुप, जिसमें हाईएयर एजुकेशन के लिए अमेरिका जाने वाले छात्र शामिल हैं. वो वैक्सीनेशन और वीजा को लेकर टेंशन में हैं. हालांकि छात्र संबंधित विश्वविद्यालयों के टच में हैं, जिनमें वो पढ़ने के लिए जा रहे हैं. लेकिन फिर भी उन्हें इस बात की चिंता है कि अगर उन्हें अमेरिकी विश्वविद्यालयों द्वारा अप्रूव्ड वैक्सीन की डोज नहीं मिली तो फिर क्या होगा?

WHO द्वारा अप्रूव्ड वैक्सीन नहीं लगवाई, तो क्या होगा?

फाइनेंशियल इंजीनियरिंग कोर्स के लिए कोलंबिया विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने जा रही कोमल सचदेवा को अपने विश्वविद्यालय से एक नोटिस मिला, जिसमें कहा गया है कि केवल WHO द्वारा अप्रूव्ड वैक्सीन की इजाजत होगी. कोमल सचदेवा ने कहा कि मुझे कोवाक्सिन की पहली डोज मिली है. मैं इस बात को लेकर परेशान हूं कि आगे क्या होगा. हालांकि हमने कॉलेज प्रशासन से संपर्क किया, जिसमें उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में ही वैक्सीनेशन कराने की व्यवस्था होगी.

कोमल ने कहा कि यह एक राहत की बात है. लेकिन क्या WHO द्वारा अप्रूव्ड वैक्सीन नहीं लेने पर यात्रा पर प्रतिबंध होगा? तब क्या होगा जब हम वहां पहुंचेंगे ये कुछ ऐसे विचार थे जो छात्रों के मन में वीजा अपॉइंटमेंट पाने की चिंता को लेकर आ रहे हैं.

कोमल ने कहा कि हेल्थ से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है. हम वैक्सीनेशन करवाना चाहते हैं. कुछ दोस्तों ने यूनिवर्सिटी में ही वैक्सीन लगवाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोवाक्सिन स्वीकार किया जाएगा या नहीं, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है.