रेलवे स्टेशन के पास बनेगा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट इसके साथ ही शहर के नालियों को जोड़ने के लिए बनाया जायेगा और 70 नाला
बिहारशरीफ (आससे)। शहर में वर्षा जल के जमाव से मुक्ति की पहल शुरू कर दी गयी है। शहर के वाटर ड्रेनेज सिस्टम को भी अपग्रेड किये जाने की योजना है। और, सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो जल्द ही शहर के लोगों को जलजमाव से राहत मिलेगी। जलनिकासी की समस्या को दूर करने के लिए स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज की योजना बनायी गयी है, जिसपर जल्द काम शुरू होने वाला है।
बिहारशरीफ नगर निगम शहरवासियों के नाले की पानी निकासी की समस्या से मुक्ति दिलाने की पहल शुरू कर दी है। 265 करोड़ की लागत से इसपर काम होना है। इस प्रोजेक्ट को बिहार कैबिनेट से मंजूरी मिल गयी है। बुडको इस योजना पर काम करेगी, जिसके लिए डीपीआर भी बन गया है।
योजना को मंजूरी के लिए वित्त विभाग के पास भेजा गया है और जल्द ही यह प्रक्रिया भी पूरी होने की उम्मीद है। जो योजना बनायी गयी है उसके तहत रेलवे स्टेशन के पास वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जायेगा। स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम के तहत यह प्लांट लगेगा और प्रतिदिन यहां 18 मिलियन लीटर गंदे जल को शुद्ध किया जा सकेगा।
जो डीपीआर बना है उसके तहत ट्रीटमेंट प्लांट से निकलने वाले पानी को शुद्ध कर शहर के पास से गुजरने वाली नदियों में छोड़ा जायेगा। इसके लिए बिहारशरीफ शहर में छः स्थानों पर इंटरमीडिएट पंपिंग हाउस बनाया जायेगा। डीपीआर में बताया गया है कि देवीसराय मोड़ के पास, बिहारशरीफ रेलवे स्टेशन के पास एसटीपी बनाया जायेगा जबकि इमादपुर, बाबा मणिराम अखाड़ा, मिरदाद के पास भी ऐसे हीं एसटीपी का निर्माण होगा जहां पर पानी को शुद्ध किया जायेगा और फिर शुद्ध जल को नदी में छोड़ा जायेगा।
डीपीआर में शहर में 70 नालों का निर्माण किया जाना है जो शहर के विभिन्न मोहल्लों तथा प्रमुख नालियों को जोड़कर बनेगा। यह योजना पूरी हुई तो निश्चित तौर पर शहर में जलजमाव की समस्या से राहत होगी। अभी बरसात के दिनों में नाले का पानी कई इलाकों में डंप हो जा रहा है, जिससे आवागमन में परेशानी के साथ-साथ गंदगी फैलने से रोज कई प्रकार की बीमारी भी फैल रही है।