नई दिल्ली। गुरुवार से हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में हो रही दो दिवसीय मुख्य सचिवों की बैठक केंद्र-राज्य संबंधों को नया आयाम दे सकती है। अपनी तरह की इस पहली बैठक के जरिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रशासन के हर स्तर पर उस सोच को पूरी तरह उतारने का प्रयास करेंगे जिसमें देश और देशवासी सबसे ऊपर हों। प्रधानमंत्री न सिर्फ इस सम्मेलन में अपने विचार रखेंगे बल्कि हर राज्य से आए मुख्य सचिव से संवाद करते भी दिखेंगे।
सरकार के एक अधिकारी के अनुसार पीएम मोदी की हमेशा कोशिश रही है कि जमीनी स्तर से जानकारी इकट्ठा की जाए और नीति निर्माण व उसके क्रियान्वयन में ज्यादा से ज्यादा विचार विमर्श हो ताकि टीम इंडिया की भावना पैदा हो। अपने कार्यकाल के शुरुआती दौर में ही जब उन्होंने योजना आयोग को बदलकर नीति आयोग किया और मुख्यमंत्रियों की भूमिका बढ़ाई थी तो उसमें भी यही मंशा थी। पिछले कुछ वर्षो में मोदी लगातार इसी अवधारणा को मजबूत कर रहे हैं।